हिंदी की पाठशाला
भाषा ही हमारी पहचान है, हिंदी हमारी अद्भुत पहचान है। राष्ट्रभाषा के बिना राष्ट्र गूंगा है — महात्मा गांधी जिस देश को अपनी भाषा और साहित्य का गौरव का अनुभव नहीं है, वह उन्नत नहीं हो सकता — डॉ. राजेंद्र प्रसाद हिंदी हमारे राष्ट्र की अभिव्यक्ति का सरलतम स्रोत है — समित्रानंदन पंत राष्ट्रीय व्यवहार में हिन्दी को काम में लाना देश की उन्नति के लिए आवश्यक है : महात्मा गांधी