‘कामचोर’ कहानी इस्मत चुगताई द्वारा लिखी गई एक हास्यपद कहानी है, यह हास्यपद कहानी होने के साथ-साथ एक शिक्षाप्रद कहानी भी है। यह कहानी बच्चों को यह संदेश देती है कि बच्चों को अपने घर के घरेलू कार्यों के प्रति लापरवाह नहीं होना चाहिए। उन्हें अपने घर के कामों में बड़ों का यथासंभव सहयोग करना चाँहिए। इसके लिए वह अपनी रुचि के अनुसार कार्य चुन सकते हैं, जिससे वह लगन से वह कार्य करके अपने बड़ों का हाथ बंटा सकें।
इसके अलावा यह कहानी बड़ों को यह सीख देती है कि बच्चों को उनकी रूचि एवं लगन एवं उनकी सामर्थ्य के अनुसार घर का कोई कार्य सौंप देना चाहिए, जिससे वह वह कार्य को मन से कर सकें। उनकी इच्छा के विपरीत कोई भी कठिन कार्य उनको नहीं करने को नहीं देना चाहिए। बड़ों का यह कर्तव्य है कि बच्चों को निरंतर छोटे-मोटे रुचि पूर्ण कार्यों में लगाये रखें ताकि वह अनुशासन और कर्म और परिश्रम का महत्व समझ सकें। बच्चों को अधिक लाड़ प्यार में कारण उनसे घर का कोई भी कार्य ना करवाना बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करवाने के जैसा है, इससे बच्चे उद्दण्डी एवं लापरवाह बनते हैं।