हरिशंकर परसाई मूलतः निबंधकार है अथवा व्यंगकार ?

हरिशंकर परसाई मूलतः एक व्यंग्यकार थे।

हरिशंकर परसाई हिंदी के एक प्रसिद्ध लेखक और व्यंग्यकार थे, जिन्होंने ऐसे अनेक व्यंग्य रचनाएं की, जो समाज की विसंगतियों पर कड़ा प्रहार करती थीं और मन को हल्के-फुल्के रूप से गुदगुदाती थीं। उन्होंने अपनी व्यंग्य रचनाओं के माध्यम से ना केवल पाठकों के मन को गुदगुदाया बल्कि सामाजिक विसंगतियों और वास्तविकताओं से भी पाठकों को अवगत कराया। उन्होंने इसके लिए धर्म, राजनीति हर तरह के क्षेत्र में अपने प्रयोगों को आजमाया। हरिशंकर परसाई प्रमुख रचनाओं में भेड़ और भेड़िया, भोलाराम का जीव. प्रेमचंद के फटे जूते, बस की यात्रा आदि के नाम प्रमुख हैं। इस तरह हम जान पाते हैं कि हरिशंकर परसाई मूलतः एक व्यंग्यकार थे।


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