‘नमक का दरोगा’ पाठ की विधा क्या है ? (क) उपन्यास (ग) कहानी (ख) रेखाचित्र (घ) संस्मरण​

सही जवाब है…

(ग) कहानी

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व्याख्या

‘नमक का दरोगा’ पाठ की विधा ‘कहानी’ है। हिंदी साहित्य में कहानी विधा साहित्य की वह विधा है, जिसमें एक कथा कही जाती है। इस विधा में जो कथा कही जाती है वह किसी के जीवन से संबंधित होती है। यह कथा बहुत अधिक लंबी नहीं होती। कहानी विद्या हिंदी साहित्य की एक लोकप्रिय विधा है जिसमें सबसे अधिक साहित्य रचा गया है।

‘नमक का दरोगा’ कहानी मुंशी प्रेमचंद द्वारा लिखी गई कहानी है। इस कहानी में उन्होंने वंशीधर नामक एक ईमानदार दरोगा की ईमानदारी को रेखांकित किया है।

इस कहानी के दो मुख्य पात्र हैं। मुंशी वंशीधर जो एक ईमानदार दरोगा है तथा पंडित अलोपदीन जो एक भ्रष्ट धनी व्यक्ति है। पंडित अलोपदीन अपने अवैध नमक के बोरियों को दरोगा बंशीधर द्वारा पकड़े जाने पर रिश्वत देखकर छुड़ाने का प्रयत्न करता है, लेकिन ईमानदार दरोगा रिश्वत लेने से इनकार कर देता है। कहानी इसी घटनाक्रम पर केंद्रित है।

मुंशी प्रेमचंद हिंदी साहित्य के सबसे महान कहानीकार रहे हैं। जिनके द्वारा रचित अनेक कहानियां हिंदी साहित्य में मील का पत्थर साबित हुई है। नमक का दरोगा कहानी भी उनकी बेहद प्रसिद्ध कहानियों में से एक कहानी है

 


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