सुभद्रा कुमारी चौहान की ‘हींगवाला’ कहानी में खान एक बहुआयामी पात्र के रूप में उभरता है। उसके चरित्र की प्रमुख विशेषताएँ इस प्रकार हैं:
1. सादगी और ईमानदारी : खान एक साधारण व्यापारी है जो हींग बेचकर अपना जीवनयापन करता है। वह अपने काम के प्रति समर्पित है और ईमानदारी से व्यवसाय करता है।
2. मानवीयता : दंगों के दौरान भी खान अपनी मानवीयता नहीं खोता। वह सावित्री के बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करता है, जो उसकी संवेदनशीलता और परोपकारी प्रवृत्ति को दर्शाता है।
3. निष्पक्षता : खान धार्मिक या सामुदायिक पूर्वाग्रहों से मुक्त है। वह सभी के साथ समान व्यवहार करता है, जो उसके चरित्र की निष्पक्षता को प्रदर्शित करता है।
4. वफादारी : सावित्री के प्रति खान की वफादारी उल्लेखनीय है। वह हमेशा उसके घर पहले आता है और उसके परिवार की मदद करने में संकोच नहीं करता।
5. साहस : दंगों के माहौल में भी अपना काम जारी रखना और दूसरों की मदद करना खान के साहस को दर्शाता है।
6. सरलता : खान की सरलता उसके व्यवहार में झलकती है। वह जटिल परिस्थितियों में भी सीधे-सादे तरीके से काम करता है।
7. कर्तव्यनिष्ठा : अपने व्यवसाय के प्रति खान की प्रतिबद्धता उसकी कर्तव्यनिष्ठा को प्रकट करती है।
8. संवेदनशीलता : खान की संवेदनशीलता उसके द्वारा सावित्री के बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में दिखाई देती है।
इस प्रकार, खान का चरित्र एक ऐसे व्यक्ति का है जो सामाजिक विभाजन और तनाव के बीच भी मानवीय मूल्यों को बनाए रखता है। वह साम्प्रदायिक सद्भाव और मानवता के महत्व को प्रतिबिंबित करता है, जो कहानी का एक केंद्रीय संदेश है।
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सुभद्रा कुमारी चौहान की ‘हींगवाला’ कहानी के आधार पर इसके प्रमुख पात्र खान का चरित्र चित्रण कीजिए।