परागकण का समास विग्रह इस प्रकार होगा…
परागकण : पराग के लिए कण
समास भेद : तत्पुरुष समास होता है ।
स्पष्टीकरण :
परागकण में तत्पुरुष समास होगा।
तत्पुरुष समास की परिभाषा के अनुसार जब दोनों पदों में दूसरा पद प्रधान हो तो वहाँ तत्पुरुष समास होता है। परागकण में दूसरा पद पद प्रधान है इसलिए यहाँ पर तत्पुरुष समास होगा।
देश के लिए भक्ति = देशभक्ति
राजा का पुत्र = राजपुत्र शर से आहत = शराहत
राह के लिए खर्च = राहखर्च
तुलसी द्वारा कृत = तुलसीदासकृत
समास के संक्षिप्तीकरण की क्रिया समासीकरण कहलाती है। समासीकरण के पश्चात जो नया शब्द बनता है, उसे समस्त पद कहते हैं। समस्त पद को पुनः मूल शब्दों में लाने की प्रक्रिया ‘समास विग्रह’ कहलाती है।
समास के छ: भेद हैं
1. द्वन्द्व समास
2. द्विगु समास
3. तत्पुरुष समास
4. कर्मधारय समास
5. अव्ययीभाव समास
6. बहुव्रीहि समास