जन संचार
जनसंचार से तात्पर्य उन सभी साधनों के अध्ययन एवं विश्लेषण से है जो एक साथ बहुत बड़ी जनसंख्या के साथ संचार सम्बन्ध स्थापित करने में सहायक होते हैं । प्रायः इसका अर्थ सम्मिलित रूप से समाचार पत्र, पत्रिकाएँ, रेडियो, दूरदर्शन, चलचित्र से लिया जाता है जो समाचार एवं विज्ञापन दोनों के प्रसारण के लिये प्रयुक्त होते हैं । जनसंचार माध्यमों के जरिए प्रकाशित या प्रसारित संदेशों की प्रकृति सार्वजनिक होती है । जन संचार के लिए औपचारिक संगठन होता है ।
जन संचार के प्रमुख माध्यम हैं, समाचार-पत्र, पत्रिकाएँ, फ़िल्म, टेलीविजन, रेडियो, टेलीफोन, इंटरनेट, पुस्तकें आदि ।
प्रिंट माध्यम की खूबियां
- छपाई के कारण शब्दों में स्थायित्व ।
- रुचि एवं इच्छानुसार समय मिलने पर पढ़ना ।
- संदर्भ की तरह प्रयोग ।
- पढ़ते समय सोचने-समझने के लिए अपनी सुविधानुसार आजादी
- इसकी भाषा अनुशासन पूर्ण होती है ।
प्रिंट माध्यम की खामियां
- निरक्षरों के लिए अनुपयोगी।
- घटना की तात्कालिक जानकारी न मिल पाना।
- स्पेस का ध्यान रखना होता है।
- छपी हुई त्रुटियों का निराकरण नहीं।
- इसकी भाषा अनुशासन पूर्ण होती है ।
- लेखक पाठक के शैक्षिक ज्ञान के अंतर्गत ही लिख सकता है।
रेडियो माध्यम की खूबियां
- कहीं भी सुना जा सकता है ।
- शब्दों का माध्यम है ।
- उलटा पिरामिड शैली में समाचार ।
- साक्षर-निरक्षर सभी के लिए समान से उपयोगी
- रेडियो श्रोताओं रने संचालित माध्यम मना जाता है ।
रेडियो माध्यम की खामियां
- समाचारों पर विचार करते हुए रुक-रुककर नहीं सुना जा सकता।
- एकरेखीय माध्यम है।
- समाचार के समय का इंतजार करना पड़ता है।
- कम आकर्षक।
- श्रोताओं को बाँधकर रखना प्रसारण कर्ताओं के लिए कठिन होता है।
टेलीविजन माध्यम खूबियां
1. देखने एबं सुनने का माध्यम।
2. सजीव प्रसारणा।
3. ब्रेकिंग न्यूज को व्यवस्था।
4. आकर्षक माध्यम।
5. कम-रने-कम शब्दों में अधिकतम खबरें पहुँचाने में समर्था।
टेवीविजन माध्यम की खामियां
1. घटनाओँ क्रो बढ़।-चढाकर दिखाना।
2. विज्ञापनों को अधिकता।
3. निष्पक्षता संदिग्ध।
4. अत्यधिक बाजारोन्मुखा।
5. मानक एवं शिष्ट भाया का अभाव।
इंटरनेट माध्यम की खूबियां
1. हर समय समाचार एवं सूचनाएँ उपलब्ध।
2. अत्यंत तीव्र गति वाला माध्यम।
3. ज्ञान एवं मनोरंजन का अदृभुत खजाना।
4. समूचा अखबार इंटरनेट पर।
5. साहित्यक पत्रकारिता हेतु उचित मंच।
इटंरनेट माध्यम की खामियां
1. अश्लीलता फैलाने वाला।
2. दुष्प्रचार का साधना।
3. महँगा साधना।
4. श्रामक खबरों का भरमार।
5. हिंदी के किसी मानक फैंट का अभाव।