‘उगलेंगे आग कारखाने, हर ओर अंधेरा छाएगा’ – पंक्ति में कौन-सा अलंकार है?

‘उगलेंगे आग कारखाने, हर ओर अंधेरा छाएगा’ – इस पंक्ति में अलंकार

‘उगलेंगे आग कारखाने, हर ओर अंधेरा छाएगा’

अलंकार : अतिश्योक्ति अलंकार

स्पष्टीकरण :

इस पंक्ति में ‘अतिशयोक्ति अलंकार’ है। इस पंक्ति में अतिशयोक्ति अलंकार इसलिए है, क्योंकि अतिशयोक्ति अलंकार इस काव्य पंक्ति में किसी घटना का बढ़ा-चढ़ाकर वर्णन किया गया है। अतिश्योक्ति अलंकार किसी काव्य में तब प्रकट होता है, जब किसी काव्य में कवि द्वारा किसी घटना, प्रसंग आदि का बढ़ा-चढ़ाकर वर्णन किया जाए।
अतिशयोक्ति अलंकार की परिभाषा के अनुसार जब किसी घटना अथवा दृश्य आदि के भवन का वर्णन कवि द्वारा इतना बढ़ा-चढ़ाकर किया जाए कि सामान्य लोक सीमा का उल्लंघन हो जाए और बात अतिशयोक्तिपूर्ण प्रतीत हो तो वहां पर अतिशयोक्ति अलंकार होता है। इस पंक्ति में भी ‘आग उगलेंगे कारखाने, चारों ओर अंधेरा छाएगा’ के माध्यम से घटना का अतिश्योक्तिपूर्ण वर्णन किया जा रहा है, इसलिए यहाँ पर ‘अतिशयोक्ति अलंकार’ होगा।

अलंकार क्या हैं?

अलंकार वे शब्द होते हैं, जो किसी भी काव्य में सौंदर्य को बढ़ा देते हैं। अलंकार किसी काव्य के लिए आभूषण का कार्य करते हैं। जिस तरह किसी मानव के लिए आभूषण उसके सौंदर्य में वृद्धि करते हैं उसी तरह अलंकार किसी काव्य सौंदर्य में वृद्धि करते हैं।


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