हिमालय में संधि :
हिमालय : हिम + आलय
संधि का भेद : दीर्घ स्वर संधि
स्पष्टीकरण
‘हिमालय’ में दीर्घ स्वर संधि है, जिसे दीर्घ संधि भी कहते हैं। ये संधि स्वर संधि के पाँच उपभेदों मे से एक उपभेद है।
हिमालय में दीर्घ संधि का जो नियम लागू होता है, वह इस प्रकार है…
जब ‘अ’ और ‘आ’ का मेल होता है तो ‘आ’ बनता है। यहाँ पर हिम के अंतिम वर्ण ‘अ’ और आलय के अंतिम वर्म ‘आ’ का मेल होकर ‘आ’ बन रहा है।
इसलिए इस नियम के अनुसार हिमालय में दीर्घ स्वर संधि है।
स्वर संधि, संधि के तीन भेदों में एक है। संधि के तीन भेद हैं..
- स्वर संधि
- व्यंजन संधि
- विसर्ग संधि
स्वर संधि के पाँच उपभेद..
- दीर्घ संधि
- गुण संधि
- यण संधि
- वृद्धि संधि
- अयादि संधि