शब्द और शब्द के भेद (हिंदी व्याकरण)

शब्द से तात्पर्य वर्णों के उस समूह से होता है, जो कोई सार्थक अर्थ प्रकट करते हों। अर्थात शब्द व्याकरण की सबसे छोटी इकाई वर्ण के वो समूह होता है, जिसका कोई सार्थक अर्थ निकलता हो। वर्णों से बनी सार्थक सरंचना को ही शब्द कहते हैं।

शब्द की परिभाषा

आइये हिंदी व्याकरण में शब्द और शब्द के भेद को समझते हैं। शब्द वर्णों का वो सार्थक समूह होता है, जो किसी अर्थ को प्रकट करता है। शब्द वर्णों से बनता है। वर्णों से मिलकर जब शब्द बनता है, तभी वर्ण का प्रयोजन पूरा होता है, नही तो वर्णों को कोई महत्व नही। शब्द ही भाषा को आधार प्रदान करते हैं। जब तक वर्णों से शब्द नहीं बनेगा तब तक भाषा कैसे बनेगी?

वर्ण से शब्द बनता है और शब्द से वाक्य, तब व्याकरण की प्रक्रिया पूरी होती है।

वर्णों के सार्थक समूह को शब्द कहते हैं। शब्द से वाक्य की रचना होती है। शब्द को जब वाक्य में प्रयुक्त किया जाता है, तो वो व्याकरणिक नियमों से बंध जाता है।

शब्द भेद चार प्रकार के होते है…

व्युत्पत्ति के आधार पर शब्द भेद

उत्पत्ति के आधार पर शब्द भेद

प्रयोग के आधार पर शब्द भेद

अर्थ के आधार पर शब्द के भेद

व्युत्पत्ति के आधार पर शब्द भेद

व्युत्पत्ति के आधार पर शब्द भेद तीन प्रकार के होते हैं :

✫ रूढ़ शब्द

✫ यौगिक शब्द

✫ योगरूढ़ शब्द

रुढ़ शब्द : रूढ़ शब्द वे शब्द होते हैं, जो किसी अन्य शब्द के योग से ना बने हों और जिन का खंडन नहीं किया जा सकता हो।

यौगिक शब्द : यौगिक शब्द वे शब्द होते हैं, जो दो शब्दों के योग से बनते हैं।

योगरूढ़ शब्द : योगरूढ़ शब्द वे शब्द होते हैं, जो अपने सामान्य अर्थ को ना प्रकट करके कोई विशिष्ट अर्थ प्रकट करते हैं।

उत्पत्ति के आधार पर शब्द भेद

उत्पत्ति के आधार पर शब्द के चार भेद होते हैं :

✫ तत्सम शब्द

✫ तद्भव शब्द

✫ देशज शब्द

✫ विदेशज शब्द

तत्सम शब्द : तत्सम शब्द शब्द होते हैं, जो संस्कृत भाषा से हिंदी भाषा में सीधे ज्यों के त्यों ग्रहण किए गये हों।

तद्भव शब्द : तद्भव शब्द वे शब्द होते हैं, जो संस्कृत भाषा से हिंदी भाषा में ग्रहण तो किए गए हैं लेकिन उनका रूप परिवर्तित हो चुका है।

देशज शब्द : देशज शब्द वे शब्द होते हैं, स्थानीय व क्षेत्रीय भाषाओं से हिंदी में ग्रहण किए गए हैं।

विदेश शब्द : विदेशज वे शब्द होते हैं, जो विदेशी भाषाओं से हिंदी भाषा में किए गए हैं।

अर्थ के आधार पर शब्द भेद

अर्थ के आधार पर शब्द के दो भेद होते हैं

✫ सार्थक शब्द

✫ निरर्थक शब्द

सार्थक शब्द : सार्थक शब्द का कोई ना कोई अर्थ होता है।

निरर्थक शब्द : निरर्थक शब्द का कोई अर्थ नहीं होता और यह सार्थक शब्दों के साथ पूरक जोड़ी के रूप में प्रयोग किए जाते हैं।

प्रयोग के आधार पर शब्द भेद

प्रयोग के आधार पर शब्द के आठ भेद होते हैं :

✫ संज्ञा

✫ सर्वनाम

✫ विशेषण

✫ क्रिया

✫ क्रिया विशेषण

✫ संबंध बोधक

✫ समुच्चयबोधक

✫ विस्मयादिबोधक

संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण और क्रिया यह चारों शब्द विकारी शब्द की श्रेणी में आते हैं।

क्रिया-विशेषण, संबंध बोधक, समुच्चयबोधक, विस्मयादिबोधक ये चारों शब्द अविकारी शब्द की श्रेणी में आते हैं।


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