अनौपचारिक पत्र
दशहरे के त्योहार लिए आमंत्रित करते हुए मित्र को पत्र
दिनांक – 27 सितंबर 2024
श्याम सिंह,
13/14, पुष्पा भवन,
सम्राट रोट,
दिल्ली – 110035मिले,
मिले,
राजीव गुप्ता,
345, माया विहार,
भोपालप्रिय मित्र राजीव,
स्नेह,
मैं यहाँ पर अपने परिवार के साथ कुशलता से हूँ और तुम्हारी कुशलता की मंगल कामना करता हूँ ।मेरा यह पत्र लिखने का खास कारण यह है कि आज से ठीक 15 दिन बाद दशहरे का त्योहार आ रहा है और हमारे यहाँ दिल्ली में विजयादशमी यानि दशहरे का त्योहार खूब धूम-धाम से मनाया जाता है। अनेक राज्य से लोग यहाँ दूर –दूर से रावण दहन और दुर्गा पूजा देखने आते हैं और मेले का खूब आनन्द उठाते हैं।
मैं चाहता हूँ कि तुम इस विजयादशमी को यहाँ मेरे घर दिल्ली आ जाओ। हम मिलकर विजयादशमी मनाएंगे और दुर्गा पूजा में भी भाग लेंगे। हमारे यहाँ नवरात्रि बड़े ही धूम-धाम से मनाई जाती है। नौ दिनों तक देवी के अलग–अलग रूपों की झाँकियाँ निकलती है । दशहरा के दिन की तो बात ही निराली है।
मैं आशा करता हूँ कि तुम भी इस विजयादशमी पर यहाँ आ जाओगे और हम दोनों हमारे घर से थोड़ी दूर पर लगने वाले मेले का भी आनंद उठाएंगे।
अपने माता-पिता को मेरी ओर से चरण स्पर्श कहना और अब पत्र समाप्त करता हूँ। तुम अपने की सूचना पत्र द्वारा दे देना। शेष मिलने पर ।
तुम्हारा मित्र,
श्याम