अनौपचारिक पत्र
विशेष रुचियों के बारे में बताते हुए नानी जी को पत्र
दिनाँक – 24 जून 2024
आदरणीय नानीजी,
चरण स्पर्श
नानीजी, आप कैसी हो? मैं आशा करता हूँ कि आप स्वस्थ होंगी। यहाँ पर सब घर में कुशलता से हैं। नानीजी पिछले सप्ताह आपका पत्र मिला था। आपने मुझे छुट्टियो का सदुपयोग करने की सलाह
आपने समय का सदुपयोग करने की मुझे जो सलाह दी थी, उसको मैंने तभी से पालन करना शुरू कर दिया था। अपने पत्र में मुझे मेरी विशेष रुचियां के बारे में भी पूछा था और कहा था कि अपनी विशेष रुचि के अनुसार अपनी छुट्टियों का सदुपयोग करो। इससे तुम छुट्टियों का रचनात्मक सदुपयोग कर सकोगे। मैंने तभी से आपके सुझाव का पालन शुरु कर दिया है।
नानीजी, मैं आपको अपनी विशेष रुचियां के बारे में बता रहा हूँ। नानी जी, मैं मुझे तरह-तरह की ज्ञानवर्धक पुस्तक पढ़ने का बहुत अधिक शौक है। पुस्तक मेरा प्रिय शौक रहा है। इसलिए मैं लाइब्रेरी जाकर पुस्तके पढ़ता हूँ। मैंने अपने मोबाइल में भी कई पुस्तकों की ई-बुक कॉपी डाउनलोड कर रखी है। मैंने पिताजी से ई-बुक रीडर दिलाने के लिए भी कहा है। उन्होंने मुझे ई-बुक रीडर जल्दी ही दिलाने का वचन दिया है।
नानी जी, इसके अलावा मेरी खेल में भी बहुत रूचि है। मुझे क्रिकेट का खेल बहुत पसंद है और मैं क्रिकेट के सभी मैच देखना पसंद करता हूं। इसी कारण मैं अपने विद्यालय की क्रिकेट टीम का कप्तान भी हूँ। पुस्तक पढ़ने और क्रिकेट खेलने और देखने के अलावा मेरी ग्राफिक डिजाइनिंग में बहुत अधिक रुचि है। मुझे तरह-तरह की रचनात्मक डिजाइन बनाने का बहुत अच्छा लगता है। इसी कारण में इन छुट्टियों में ग्राफिक डिजाइनिंग का कोर्स कर रहा हूं ताकि मैं अपनी इस प्रतिभा को और अधिक निखार सकूं। आगे संभव हुआ तो मैं ग्राफिक डिजाइनिंग के क्षेत्र में ही अपना करियर बनाऊंगा अथवा एक क्रिकेट खिलाड़ी बनूंगा।
नानी मैं आपकी सलाह पर अपनी रुचि के अनुसार ही छुट्टियों का सदुपयोग करना शुरू कर दिया है। मैं ग्राफिक डिजायनिंग जाने का कोर्स कर रहा हूँ और अपनी क्रिकेट प्रैक्टिस भी करता हूँ।
आशा है, मेरी रुचियां को जानकर आपके मन मेरे लिये कोई सुझाव आया होगा। आपका मेरी रुचियों के बारे में क्या सुझाव है। मैं मुझे अगले पत्र में बताना ताकि मैं आपकी सुझाव से लाभ ले सकूं।
शेष बातें अगले पत्र में। आपके पत्र का इंतजार रहेगा।
आपका नाती,
शुभम