‘विष्णु’ का समास विग्रह क्या होगा?

विष्णु का समास विग्रह

विष्णु : व्यापक अणु अर्थात भगवान विष्णु
समास का नाम : बहुव्रीहि समास

विष्णु में बहुव्रीहि समास होता है |

स्पष्टीकरण

‘विष्णु’ शब्द का शाब्दिक अर्थ है, व्यापक अणु अर्थात जो इस सृष्टि में सर्वत्र व्याप्त हों। ये शब्द भगवान विष्णु के नाम के अर्थ में रूढ़ हो गया है, इसलिए यहाँ पर ‘बहुव्रीहि समास’ होगा।

बहुव्रीहि समास की परिभाषा के अनुसार जब मूल पदों में कोई भी पद प्रधान ना हो और उन पदों को जोड़कर एक नये पद की रचना हो और वह पद नए तीसरे अर्थ को संकेत करता हो अर्थात मूल शब्दों के अर्थ नए शब्द के अर्थ को प्रकट करता हो तो वहां पर बहुव्रीहि समास होता है।

विष्णु शब्द में भी मूल पदों में कोई पद प्रधान नहीं है, और नए पदों को जोड़कर जो नया पद बन रहा है वह मूल पदों से भिन्न किसी तीसरे अर्थ की ओर संकेत कर रहा है। इसलिए ‘विष्णु’ में बहुव्रीहि समास है।


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