इस कथन का आशय इस प्रकार होगा…
1. डॉक्टर का दरवाज़ा कभी बंद नहीं रहना चाहिए
आशय : इस वाक्यांश का तात्पर्य है कि एक चिकित्सक को हमेशा लोगों की सेवा के लिए तत्पर रहना चाहिए। यहाँ ‘दरवाज़ा’ शब्द प्रतीकात्मक रूप में उपयोग किया गया है। इसका आशय है कि चिकित्सक यानि डॉक्टर को हर समय, दिन-रात, किसी भी आपातकालीन स्थिति में उपलब्ध होना चाहिए। डॉक्टर को बिना किसी भेदभाव के सभी मरीजों का इलाज करना चाहिए, चाहे वे किसी भी जाति, धर्म, या आर्थिक पृष्ठभूमि से क्यों न हों। एक डॉक्टर को अपनी सेवाओं को सुलभ बनाना चाहिए और लोगों की मदद करने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए।
यदि देर रात में या किसी भी अनापेक्षित समय में डॉक्टर के पास कोई मरीज अपने उपचार के लिए आता है, तो डॉक्टर के बिना देर और संकोच किए पूरी तत्परता से उस मरीज का उपचार करना चाहिए।
2. पादरी का फ़ाटक हमेशा खुला होना चाहिए
आशय : पादरी शब्द भले ही किसी विशेष धर्म से संबंधित हो लेकिन सभी धर्मों के धार्मिक नेता या आध्यात्मिक गुरु के प्रतीक के रूप में लिया गया है। ‘फ़ाटक’ शब्द यहाँ भी प्रतीकात्मक है। यहाँ पर इस वाक्यांश का भी यही आशय है कि धार्मिक नेता या आध्यात्मिक गुरु को हमेशा लोगों के लिए सुलभ होना चाहिए। उन्हें किसी भी व्यक्ति को आध्यात्मिक मार्गदर्शन और सहायता देने के लिए तैयार रहना चाहिए। धार्मिक स्थल या संस्थान को सभी के लिए खुला और स्वागतयोग्य होना चाहिए। धार्मिक स्थल में ऊँच-नीच के आधार पर किसी के साथ कोई भेद नहीं होना चाहिए।
ये दोनों कथन समाज के दो महत्वपूर्ण व्यक्तियों को उनके समाज के प्रति आवश्यक कर्तव्य को स्पष्ट करते हैं।
Other questions
‘काई सा फटे नहीं’ पंक्तियों का आशय स्पष्ट करो।
आशय स्पष्ट कीजिये- भाई-भाई मिल रहें सदा ही टूटे कभी न नाता, जय-जय भारत माता।
विष भरे कनक घटों की संसार में कमी नहीं है। आशय स्पष्ट कीजिए।
आशय कीजिए- “यह वह समय है जब बच्चा मनाता होगा कि काश! उसके पिता अनपढ़ होते।”