संवाद
माँ और बेटी की अध्यापिका के बीच संवाद
बेटी की माँ ⦂ नमस्ते, अध्यापिका जी।
अध्यापिका ⦂ नमस्ते, मिसेज शर्मा
बेटी की माँ ⦂ अध्यापिका जी, मेरी बेटी गरिमा ने बताया था कि आप मुझसे कुछ बात करना चाहती हैं, इसलिए आपसे मिलने आई हूँ।
अध्यापिका ⦂ हाँ, मिसेज शर्मा, मैं आपकी बेटी गरिमा की पढ़ाई के विषय में आपसे बात करना चाहती हूँ।
बेटी की माँ ⦂ बोलिए मेरी बेटी अच्छी तरह पढ़ाई कर रही है ना?
अध्यापिका ⦂ वही बात तो मैं आपसे कहना चाह रही हूँ। आपकी बेटी आजकल पढ़ाई पर ध्यान नहीं देती है। वह स्कूल में पढ़ाई में बिल्कुल पिछड़ती जा रही है।
बेटी की माँ ⦂ अच्छा।
अध्यापिका ⦂ हाँ और क्लास में पता नहीं किन ख्यालों में खोई रहती है, कुछ भी नहीं पूछती। सब छात्राएं पढ़ाई करते समय अध्यापकों से अपनी समस्याओं के बारे में पूछती रहती हैं, लेकिन आपकी बेटी चुपचाप बैठी रहती है।
बेटी की माँ ⦂ मुझे भी कुछ ऐसा ही लग रहा है। घर पर भी वो सही से पढ़ाई नहीं करती और गुमसुम रहती है।
अध्यापिका ⦂ इसीलिए मैंने आपको बुलाया था। आप घर पर उससे बात करिए और उसकी पढ़ाई के विषय में पूछिए।
बेटी की माँ ⦂ ठीक है, मैं उससे बात करती हूँ, जरूर उसके मन में कोई चिंता है।
अध्यापिका ⦂ हाँ, वो पहले पढ़ाई में बहुत अच्छी थी, लेकिन अब पिछड़ गई है। मैं कल आपके घर आती हूँ और हम दोनों साथ बैठ कर उससे बात करेंगे।
बेटी की माँ ⦂ अध्यापिका जी, यह सबसे अच्छा रहेगा। आपके सहयोग के लिए धन्यवाद। मैं कल आपका इंतजार करूंगी। आप खाना भी हमारे घर खाकर जाइएगा।
अध्यापिका ⦂ ठीक है, मैं कल रात 8⦂00 बजे आती हूँ। आपके घर पर उससे बात करना ठीक रहेगा।
बेटी की माँ ⦂ ठीक है। अब मै चलती हूँ। मैं कल आपका इंतजार करूंगी। नमस्ते।
अध्यापिका ⦂ नमस्ते।