निबंध
हमारे राष्ट्रीय पर्व
भारत को त्योहारों का देश कहा जाता है, यहां कई धार्मिक त्योहारों के साथ 3 मुख्य राष्ट्रीय त्योहार बड़े धूम-धाम से मनाए जाते हैं ।
स्वतंत्रता दिवस, गांधी जयंती और गणतंत्र दिवस यह तीनों राष्ट्रीय त्योहार भारत की स्वतंत्रता से सम्बंधित हैं । भारत सरकार ने देश के राष्ट्रीय पर्वों पर राष्ट्रीय अवकाश घोषित कर दिया है । देश भर में सभी स्कूल, कॉलेज, कार्यालय और बाजार इन पर्वों पर बंद होते हैं । भारतीय समाज के सभी धर्म, जाति और वर्ग के लोग अमीर, गरीब, बच्चे, बूढ़े तथा जवान इन राष्ट्रीय त्योहारों को बड़े ही उत्साह के साथ मनाते हैं । यह सभी के अंतर्मन को गर्व से भर देता है । ये त्योहार हमारे अध्यात्मिक और सांस्कृतिक मूल्यों को पुनर्जीवित करता है और हमें शहीदों की याद दिलाता है ।
26 जनवरी, गणतंत्र दिवस भारत का एक राष्ट्रीय पर्व है जो प्रति वर्ष 26 जनवरी को मनाया जाता है । इसी दिन सन् 1950 को भारत सरकार अधिनियम (1935) को हटाकर भारत का संविधान लागू किया गया था । यह भारत के तीन राष्ट्रीय अवकाशों में से एक है, अन्य दो स्वतंत्रता दिवस और गांधी जयंती हैं । एक स्वतंत्र गणराज्य बनने और देश में कानून का राज स्थापित करने के लिए 2 नवम्बर 1949 को भारतीय संविधान सभा द्वारा इसे अपनाया गया और 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया था । इसे लागू करने के लिये 26 जनवरी की तिथि को इसलिए चुना गया था क्योंकि 1930 में इसी दिन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने भारत को पूर्ण स्वराज घोषित किया था ।
स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को मनाया जाता है, यह भारत का राष्ट्रीय त्यौहार है । सन् 1947 में इसी दिन भारत के निवासियों ने ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्त की थी । प्रतिवर्ष इस दिन भारत के प्रधानमंत्री लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हैं । 15 अगस्त 1947 के दिन भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने, दिल्ली में लाल किले के लाहौरी गेट के ऊपर, भारतीय राष्ट्रीय ध्वज फहराया था । महात्मा गाँधी के नेतृत्व में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में लोगों ने काफी हद तक अहिंसक प्रतिरोध और सविनय अवज्ञा आंदोलनों में हिस्सा लिया ।
2 अक्तूबर, यह भारत का राष्ट्रीय त्यौहार है । राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी ने भारत की स्वतंत्रता के लिए लम्बी लड़ाई लड़ी थी । उन्होंने सत्य और अहिंसा के आदर्शों पर चलकर भारत को गुलामी की बेड़ियों से मुक्त कराया था । गांधी जयंती के रूप में उनके जन्मदिन मनाकर देश राष्ट्रपिता को श्रद्धासुमन अर्पित करते है । इस दिन को विश्व अहिंसा दिवस के रूप में भी मनाया जाता है ।