इंद्रधनुष पर निबंध लिखें।

निबंध

इंद्रधनुष

इंद्रधनुष, इंद्रधनुष का नाम सुनते ही मन में रंगीन धारियों वाली एक आकृति का ख्याल आ जाता है जो कि हमें आकाश में दिखाई देती है। इंद्रधनुष प्राकृतिक सुंदरता का दूसरा नाम है। यह प्रकृति द्वारा प्रदत्त मन को मोह लेने वाली एक प्राकृतिक सुंदरता है। हम सभी ने अक्सर इंद्रधनुष को अपने जीवन में जरूर देखा होगा। बचपन में आकाश में इंद्रधनुष को देखकर हम सब कितने रोमांचित हो जाते थे।
सात रंगों के इस इंद्रधनुष के बारे में हमने अनेक तरह की कहानियां भी अपनी दादी-नानी से सुनी हैं। कोई इसे भगवान सूरज का धनुष कहता था तो कोई इंद्र का धनुष। क्योंकि इंद्र ही वर्षा के देवता हैं और इंद्रधनुष वर्षा के मौसम मे ही दिखाई देता है। हम बड़े हुए तो हमें इंद्रधनुष बनने के वैज्ञानिक कारणों का भी पता चला। तब हमें पता चला कि इंद्रधनुष वैज्ञानिक रूप से घटी हुई एक प्रकृति घटना के कारण आकाश में बनता है।

यह सात रंगों का एक विशालकाय वृत्तचक्र है, जिसमें 7 रंग होते हैं। हमें यह पता चला कि सूरज की किरणों में ही यह सातों रंग छिपे होते हैं और सूरज की किरणों के पृथ्वी पर आते समय वर्षा और बादलों के कारण ये सातों रंग विभक्त हो जाते हैं और अलग-अलग दिखाई देने लगते हैं, जिसे हम सभी इंद्रधनुष कहते हैं। इंद्रधनुष के सात रंग हैं, लाल, पीला, नारंगी, हरा, नीला, भूरा और जामुनी। सूरज की किरणों में जो हमें सुनहरे रंग की दिखाई देती हैं, तब हमें पता नहीं होता कि इस सुनहरे रंग में सात रंग छुपे हुए हैं। वर्षा की बूंदों, बादलों और सूरज की किरणों की अठखेलियों के कारण हमें सूरज का प्रकाश सात अलग-अलग  रंगों की पट्टी के रूप में दिखाई देते हैं तो आसमान में एक बेहद भव्य एवं सुंदर नजारा दिखाई पड़ता है।

विज्ञान की दृष्टि से ये प्रकाश के परावर्तन के कारण होता है। आसमान में यह सतरंग पट्टी देखकर हम सभी बेहद रोमांचित हो जाते हैं। बारिश के समय इंद्रधनुष के दर्शन अक्सर होते रहते हैं और इसी कारण हम सभी बच्चे बचपन में इंद्रधनुष देखने के लिए बारिश का इंतजार करते थे और जब बारिश के मौसम में हमें इंद्रधनुष दिखाई देता था तो हम बेहद रोमांचित जाते थे और तरह-तरह की कल्पना करने लगते थे।

इंद्रधनुष के इन सात रंगो का अपना महत्व है। इन सात रंगों में जीवन के अनेक रहस्य छुपे हुए हैं। यह मानव के स्वास्थ्य संतुलन के लिए भी अत्यन्त उपयोगी हैं। इंद्रधनुष के यह सातों रंग अलग-अलग बातों के प्रतीक हैं, जो जीवन में हमें एक नई आशा धारण करने की प्रेरणा देते हैं। इंद्रधनुष के रंग इस बात का संदेश देते है कि हमारा जीवन भी नीरस नहीं है बल्कि रंगबिरंगा है। हमें अपने जीवन सूरज की किरणों की तरह एक रंगा दिखाई देता है। लेकिन हमें यह नहीं पता होता इसलिए हमारे जीवन के इसी एक रंग में अनेक छुपे हुए हैं, जैसे कि सूरज की किरण में ही अनेक रंग के होते हैं और समय उचित समय आने पर वह रंग चारों तरफ बिखर जाते हैं। उसी तरह हमारे जीवन में भी मात्र उचित समय आने पर हमारे जीवन के सभी रंग बिखर जाते हैं। इसलिए हमें सदैव अपने जीवन में सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाते रहना चाहिए।

 

 

Related questions

पर्यावरण पर निबंध

प्रदूषण पर निबंध

Related Questions

Comments

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Recent Questions