संवाद लेखन
किसान और जवान के बीच संवाद
किसान : (जवान को देखते ही) जय हिन्द।
जवान : (छाती चौड़ी करके) जय हिन्द।
किसान : (हाथ जोड़कर) भारतीय सेना हमारा अभिमान है जिस पर हर हिंदुस्तानी को गर्व है।
जवान : (बड़े फख्र से) जी, आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।
किसान : अगर आज हम अपने घरों अपने परिवार के साथ सुरक्षित हैं। चैन की नींद सो रहे हैं तो वह इसलिए क्योंकि आप देश के जवान रात-दिन देश की सीमा पर तैनात है, अपनी जान दांव पर लगाकर। धन्यवाद
जवान : अरे! नहीं-नहीं यह तो हमारा फर्ज़ है।
किसान : जो आप हम लोगों के लिए करते है, उसके मुक़ाबले हम किसान तो कुछ भी नहीं कर सकते है।
जवान : (बड़ी ही विनम्रता से) किसान तो हम सबका अन्नदाता होता है।
किसान : (हैरानी से) अन्नदाता होता है, वो कैसे ?
जवान : किसान दिन भर कड़ी धूप में खेती करता है अनाज, फल और सब्जियाँ उगाता है। पूरे देश का भरण-पोषण करता है। आप जो अनाज उगाते हो उसे ही हम खाते हैं और देश की सेवा करते हैं।हर देश में किसान भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है।
किसान : अच्छा।
जवान : देश की अर्थव्यवस्था में किसान की भूमिका अहम होती है।
किसान : सबका अपना-अपना योगदान है। हमसे जो बन पड़ता है, वो करते हैं।
जवान : अच्छा, भाई जी, मैं चलता हूँ। जय हिंद
किसान : जय हिंद भाई। भारत माता की जय।