संवाद लेखन
मतदान के विषय में दो दोस्तों के बीच संवाद
संजय : अरे ! कैसे हो विजय ? बहुत दिनों से दिखाई नहीं दिए ।
विजय : मैं ठीक हूँ , मैं अपनी नानी के घर गया हुआ था।
संजय : ओह ! लगता है तुम वोट डाल कर आए हो ।
विजय : हाँ , आज मैंने पहली बार वोट डाला है और वोट डालकर मुझे काफी खुशी मिली है ।
संजय : अच्छा इसका मतलब आज तुम पहली बार मतदान केंद्र आए हो , तो कैसा लगा ?
विजय :- नहीं , पहले मैं अपने पापा और मम्मी के साथ यह देखने आता था कि वोट कैसे डाला जाता है । मगर अब जब खुद पहली बार वोट डाला है तो अलग तरह का एहसास हुआ है । क्या तुमने वोट डाला ?
संजय : हाँ इस बार मैंने भी वोट डाला , पिछले चुनावों के दौरान मेरी उम्र कम रह गई थी और पहचान पत्र नहीं बन पाया था । मुझे भी वोट डालकर काफी अच्छा लगा ।
विजय : मैं हमेशा से चाहता था कि मैं अपने पसंदीदा प्रत्याशी को वोट दूँ । मतदान के वक्त सभी प्रत्याशियों का भविष्य वोटर तय करते हैं । मतदान करके अपनी शक्ति का पता चलता है ।
संजय :- मतदान का अधिकार सभी को मिलता है, ताकि जो लोग काम नहीं करते उन्हें हटाकर दूसरों को मौका दिया जा सके । मैंने पहली बार अपने मताधिकार का उपयोग किया है ।
विजय :- मैंने मतदान की पूरी प्रक्रिया का आनंद लिया है और हर बार वोट देकर अपने अधिकार का इस्तेमाल करने का संकल्प लिया है।
संजय : लेकिन मित्र विजय ऐसे बहुत से लोग है जो मतदान को महत्व ही नहीं देते हैं ।
विजय : मित्र संजय , जो लोग वोट नहीं डालते हैं, मैं उनसे सिर्फ इतनी गुजारिश करूंगा कि सभी लोग वोट जरूर करें क्योंकि यह हमारा अधिकार है।
संजय : तुम बिल्कुल सही कह रहे हो मित्र ।