संवाद
फलवाले और माताजी के बीच सौदेबाज़ी का संवाद
(फलवाला अपनी दुकान पर खड़ा है, तभी एक वृद्ध महिला वहाँ फल लेने आती हैं। फलवाले और वृद्ध महिला (माताजी) के बीच सौदेबाज़ी होती है और संवाद शुरु होता है।)
फलवाला ⦂ आइए, माता जी नमस्ते।
माताजी ⦂ नमस्ते, यह सेब कैसे भाव दिए हैं।
फलवाला ⦂ माता जी आप ले लीजिए। मैं आपको सही दाम लगा दूंगा।
माताजी ⦂ भैया, पहले भाव तो बताओ।
फलवाला ⦂ माताजी, सेब वैसे तो ₹200 किलो है, लेकिन मैं आपको ₹160 किलो दे दूंगा।
माताजी ⦂ भैया, यह सही दाम लगाओ। ₹160 भी बहुत ज्यादा है।
फलवाला ⦂ माता जी आप हमारी रोज की ग्राहक हो आपसे ज्यादा दाम नहीं लूंगा। आपको बिल्कुल सही दाम बताए हैं।
माताजी ⦂ भैया सही दाम नहीं है थोड़ा और कम करो।
फलवाला ⦂ ठीक है माता जी आप ₹150 दे देना।
माताजी ⦂ भैया मैं ₹140 से एक पैसा ज्यादा नहीं दूंगी। देना है तो बोलो।
फलवाला ⦂ ठीक है माता जी जैसी आपकी मर्जी। आप आप ₹140 में ले जाओ। कितना बोल दूं?
माताजी ⦂ मुझे 2 किलो तो दो, लेकिन रुको पहले मुझे सेब छांट लेने दो।
फलवाला ⦂ ठीक है माता जी आपसे छांट लो।
माताजी ⦂ यह लो भैया। यह वाले सेब तोल दो।
फलवाला ⦂ यह लो माता जी आपके 2 किलो सेब, और क्या दूं?
माताजी ⦂ अंगूर किस भाव दिए हैं?
फलवाला ⦂ माताजी अंगूर ₹160 किलो है लेकिन मैं आपको ₹120 लगा दूंगा।
माताजी ⦂ ठीक है तुम 1 किलो अंगूर दे दो।
फलवाला ⦂ ये लो माता जी अंगूर।
माताजी ⦂ यह लो भैया, ₹400।
फलवाला ⦂ धन्यवाद माताजी, नमस्ते।
माताजी ⦂ नमस्ते।
Related questions
प्रदूषण की समस्या को लेकर दो मित्रों के बीच में हुई बातचीत को संवाद के रूप में लिखें।