लोकतांत्रिक सरकार इस तरह पारदर्शी होती है, क्योंकि वह सबको साथ लेकर चलने वाली सरकार होती है। लोकतंत्र का मतलब है, जनता का तंत्र। लोकतंत्र में किसी एक व्यक्ति की नहीं चलती बल्कि जनता की चलती है अथवा जनता द्वारा चुने गए जनप्रतिनिधियों के समूह की चलती है। लोकतांत्रिक सरकार द्वारा जो भी निर्णय लिए जाते हैं, वह किसी भी व्यक्ति के निर्णय नहीं होते बल्कि मिलजुल कर सब से विचार-विमर्श करके निर्णय लिए जाते हैं।
उदाहरण के लिए
यदि भारत देश का प्रधानमंत्री कोई निर्णय लेता है तो वह अपने मंत्रिमंडल से विचार-विमर्श करता है। इसके अतिरिक्त अन्य सभी जरूरी संस्थानों से विचार-विमर्श करके ही कोई निर्णय लेता है। इसी प्रकार अन्य लोकतंत्र में भी राष्ट्र का प्रमुख अपनी सभी सहयोगियों से निर्णय लेकर ही कोई कानून पास करता है. अथवा कोई महत्वपूर्ण निर्णय लेता है। यह पारदर्शिता का सूचक है, जिसमें सबकी भावनाओं का सम्मान किया जाता है, जनता के हितों को देखा जाता है। कोई भी लोकतांत्रिक सरकार निर्णय लेने की अपनी पारदर्शिता के कारण पारदर्शी होती है।