‘नागरिक शास्त्र हमें बताता है कि पिछले समय में राज्य का क्या-क्या रूप रहा है, इस समय उसका क्या स्वरूप है और इसका आदर्श स्वरूप क्या होना चाहिए।’ यह कथन किसका है? 1. गेटेल 2. मैकआइवर 3. सर अनेस्ट बेन 4. सिडविक

सही उत्तर है…

(1) गेटेल

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व्याख्या

‘नागरिक शास्त्र हमें बताता है कि पिछले समय में राज्य का क्या-क्या रूप रहा है, इस समय उसका क्या स्वरूप है और इसका आदर्श स्वरूप क्या होना चाहिए।’ यह कथन ‘गेटेल’ का है।

रेमंड गेटेल, एक प्रसिद्ध अमेरिकी राजनीति शास्त्री थे, जिन्होंने नागरिक शास्त्र और राजनीति विज्ञान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनका यह कथन नागरिक शास्त्र के व्यापक दृष्टिकोण को प्रस्तुत करता है। गेटेल के अनुसार, नागरिक शास्त्र केवल वर्तमान राजनीतिक व्यवस्थाओं का अध्ययन नहीं है, बल्कि यह राज्य के विकास की ऐतिहासिक प्रक्रिया को भी समझने में मदद करता है। वे मानते थे कि नागरिक शास्त्र हमें राज्य के अतीत, वर्तमान और भविष्य के आदर्श स्वरूप के बारे में जानकारी प्रदान करता है। इस दृष्टिकोण से, नागरिक शास्त्र न केवल वर्णनात्मक है, बल्कि विश्लेषणात्मक और नैतिक भी है।

गेटेल का यह विचार नागरिक शास्त्र को एक व्यापक और गतिशील विषय के रूप में प्रस्तुत करता है, जो राज्य की संरचना और कार्यप्रणाली के विभिन्न पहलुओं को समझने में मदद करता है, साथ ही भविष्य के लिए एक आदर्श राज्य की कल्पना करने में भी सहायक होता है।


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