कथन (A) ब्रिटिश सरकार द्वारा बाल विवाह रोकने हेतु प्रस्तुत ‘सहमति आयु विधेयक’ का तिलक ने विरोध किया। कारण (R): सामाजिक सुधार के नाम पर वे भारतीय प्रथाओं में विदेशी हस्तक्षेप के विरोधी थे। (1) (A) सही है किन्तु (R) गलत है (2) (A) गलत है किंतु (R) सही है (3) (A) और (R) दोनों सही है तथा व्याख्या भी है (4) (A) और (R) दोनों सही, किन्तु व्याख्या नहीं है।

इस प्रश्न का सही उत्तर है, विकल्प…

3. (A) और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की व्याख्या भी है।

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व्याख्या :

1. कथन (A) सही है : बाल गंगाधर तिलक ने वास्तव में ब्रिटिश सरकार द्वारा प्रस्तुत ‘सहमति आयु विधेयक’ (Age of Consent Bill) का विरोध किया था। यह विधेयक बाल विवाह को रोकने के लिए लाया गया था।

2. कारण (R) भी सही है : तिलक सामाजिक सुधार के नाम पर भारतीय प्रथाओं में विदेशी हस्तक्षेप के विरोधी थे। उनका मानना था कि भारतीय समाज को अपनी परंपराओं और मूल्यों के अनुसार स्वयं सुधार करना चाहिए, न कि विदेशी शक्ति द्वारा थोपे गए नियमों के अनुसार।

3. कारण (R), कथन (A) की व्याख्या करता है : तिलक द्वारा ‘सहमति आयु विधेयक’ का विरोध उनके इस विचार का प्रत्यक्ष परिणाम था कि वे भारतीय समाज में विदेशी हस्तक्षेप के खिलाफ थे। उनका मानना था कि यह विधेयक भारतीय संस्कृति और परंपराओं पर एक विदेशी शक्ति द्वारा थोपा गया नियम था।

तिलक का यह दृष्टिकोण उनके राष्ट्रवादी विचारों से प्रेरित था। वे मानते थे कि भारतीय समाज में सुधार आवश्यक हैं, लेकिन ये सुधार भारतीयों द्वारा, भारतीय परिप्रेक्ष्य से किए जाने चाहिए, न कि विदेशी शासकों द्वारा। उनका विरोध इस बात का प्रतीक था कि वे भारतीय समाज की स्वायत्तता और आत्मनिर्णय के अधिकार को महत्व देते थे।

इस प्रकार, कथन और कारण दोनों सही हैं, और कारण कथन की सटीक व्याख्या प्रदान करता है।


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निम्नलिखित दो तथ्य कथन (A) तथा कारण (R) के रूप में अभिकथित हैं: कथन (A): कुछ संदर्भों में तिलक का राष्ट्रवाद पुनरूत्थानवादी था। कारण (R): वे सामाजिक सुधार के नाम पर अपनी संस्थाओं को ब्रिटिश सांचे में नहीं ढालना चाहते थे। (1) (A) सही है किन्तु (R) गलत है (2) (A) गलत है किंतु (R) सही है (3) (A) और (R) दोनों सही है तथा (R), (A) की सही व्याख्या है (4) (A) और (R) दोनों सही हैं, किन्तु (A) की व्याख्या नहीं है।

‘हमारा देश एक वृक्ष की भांति है, जिसका तना स्वराज है और स्वदेशी उसकी शाखाएँ’ तिलक का यह कथन किस आंदोलन को संदर्भित करता है? (1) बंग भंग आंदोलन (2) असहयोग आंदोलन (3) सविनय अवज्ञा आंदोलन (4) भारत छोड़ो आंदोलन

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