दीनदयाल उपाध्याय के राजनीतिक दर्शन का प्रथम सूत्र है? (1) संस्कृति निष्ठा (2) सामाजिक निष्ठा (3) राष्ट्र निष्ठा (4) कर्तव्य निष्ठा

सही उत्तर है…

(3) राष्ट्र निष्ठा

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व्याख्या

दीनदयाल उपाध्याय के राजनीतिक दर्शन का प्रथम सूत्र ‘राष्ट्र निष्ठा’ है। यह उनके ‘एकात्म मानववाद’ के सिद्धांत का एक महत्वपूर्ण आधार है। उपाध्याय जी का मानना था कि राष्ट्र एक जीवंत इकाई है, जिसकी अपनी आत्मा होती है। उनके अनुसार, राष्ट्र केवल एक भौगोलिक या राजनीतिक इकाई नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक और आध्यात्मिक अवधारणा भी है।

‘राष्ट्र निष्ठा’ का अर्थ है राष्ट्र के प्रति पूर्ण समर्पण और निष्ठा। उपाध्याय जी का मानना था कि व्यक्ति और समाज दोनों का विकास राष्ट्र के विकास से जुड़ा है। उन्होंने राष्ट्रीय एकता, सांस्कृतिक मूल्यों के संरक्षण, और स्वदेशी विकास मॉडल पर जोर दिया। यह दृष्टिकोण भारतीय संदर्भ में विकास और प्रगति की एक विशिष्ट अवधारणा प्रस्तुत करता है, जो पश्चिमी मॉडलों से अलग है। ‘राष्ट्र निष्ठा’ का सिद्धांत आज भी भारतीय राजनीति और समाज पर गहरा प्रभाव डालता है, विशेष रूप से राष्ट्रवादी विचारधारा में।


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