सही उत्तर है…
(3) (I), (II) और (III)
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व्याख्या
उपरोक्त विकल्पों में से एकात्म मानववाद, संस्कृति निष्ठा और सनातन में विश्वास ये तीनों विचार दीनदयाल उपाध्याय से संबंधित विचार हैं।
दीनदयाल उपाध्याय के विचारों का विश्लेषण करने पर, हम निम्नलिखित निष्कर्ष पर पहुंचते हैं:
1. एकात्म मानववाद : यह उपाध्याय जी का मूल सिद्धांत है, जो व्यक्ति, समाज, प्रकृति और परमात्मा की एकता पर केंद्रित है। यह उनके दर्शन का आधार है और निश्चित रूप से उनसे संबंधित है।
2. संस्कृति निष्ठा : उपाध्याय जी ने भारतीय संस्कृति और परंपराओं के महत्व पर बल दिया। उन्होंने भारतीय मूल्यों और संस्कृति के संरक्षण को अपने राजनीतिक दर्शन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना।
3. सनातन में विश्वास: हालांकि उपाध्याय जी ने इस शब्द का सीधे उपयोग नहीं किया, लेकिन उनके विचारों में सनातन धर्म के सिद्धांतों का प्रभाव स्पष्ट है। उनका एकात्म मानववाद और संस्कृति निष्ठा का विचार सनातन परंपरा से प्रेरित है।
4. चित्ति का विचार: यह विचार मुख्य रूप से श्री अरविंद के दर्शन से जुड़ा है, न कि दीनदयाल उपाध्याय से। इसलिए यह उनके विचारों से संबंधित नहीं माना जा सकता।
इस प्रकार, (I) एकात्म मानववाद, (II) संस्कृति निष्ठा, और (III) सनातन में विश्वास, ये तीनों विचार दीनदयाल उपाध्याय से संबंधित हैं। उनके ये विचार भारतीय राजनीतिक और सामाजिक चिंतन, विशेषकर राष्ट्रवादी विचारधारा में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं।