सही उत्तर होगा..
(3) सुधार
विस्तृत विवरण
थॉमस हिल ग्रीन के अनुसार, दंड का मुख्य उद्देश्य अपराधी का सुधार होना चाहिए। ग्रीन का मानना था कि दंड का लक्ष्य केवल सजा देना या प्रतिशोध लेना नहीं होना चाहिए, बल्कि अपराधी को समाज का एक बेहतर सदस्य बनाने में मदद करना होना चाहिए। उनका विचार था कि:
1. सुधारात्मक दृष्टिकोण: दंड अपराधी के व्यवहार और मानसिकता में सकारात्मक परिवर्तन लाने का प्रयास करना चाहिए।
2. पुनर्वास: दंड प्रणाली में अपराधी के पुनर्वास पर ध्यान केंद्रित होना चाहिए।
3. शिक्षा और कौशल विकास: दंड के दौरान अपराधी को शिक्षा और कौशल विकास के अवसर प्रदान किए जाने चाहिए।
4. सामाजिक एकीकरण: दंड का उद्देश्य अपराधी को समाज में पुनः एकीकृत करना होना चाहिए।
5. नैतिक सुधार: ग्रीन का मानना था कि दंड अपराधी के नैतिक चरित्र में सुधार लाने में मदद करना चाहिए।
थॉमस हिल ग्रीन (1836-1882) एक प्रमुख ब्रिटिश दार्शनिक और राजनीतिक विचारक थे। वे आदर्शवादी दर्शन के प्रमुख प्रतिनिधि थे। ग्रीन ने नैतिकता, राजनीति, और समाज पर महत्वपूर्ण लेखन किया। उन्होंने व्यक्तिगत स्वतंत्रता और सामाजिक जिम्मेदारी के बीच संतुलन पर जोर दिया।