सही उत्तर है…
(2) 1789 की फ्रांस की क्रांति
════════════════════════
व्याख्या
रूसो के राजनीतिक विचारों का सबसे महत्वपूर्ण और प्रत्यक्ष प्रभाव 1789 की फ्रांसीसी क्रांति पर देखा जा सकता है। यह क्रांति रूसो के विचारों से गहराई से प्रभावित थी और उसके सिद्धांतों को व्यावहारिक रूप देने का एक प्रयास थी।
रूसो के ‘सामाजिक अनुबंध’ और ‘सामान्य इच्छा’ के सिद्धांतों ने क्रांतिकारियों को प्रेरित किया। उनका विचार कि सरकार जनता की इच्छा पर आधारित होनी चाहिए, फ्रांसीसी क्रांति का मूल आधार बना। रूसो का यह कथन कि ‘मनुष्य स्वतंत्र पैदा होता है, लेकिन हर जगह वह जंजीरों में जकड़ा हुआ है’ क्रांति का नारा बन गया।
फ्रांसीसी क्रांति के दौरान ‘स्वतंत्रता, समानता और भाईचारा’ के आदर्श, जो क्रांति के मूल सिद्धांत बने, रूसो के विचारों से प्रेरित थे। उनके लोकतांत्रिक विचारों ने राजतंत्र के विरुद्ध जनमत तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
हालांकि रूसो की मृत्यु क्रांति से पहले हो गई थी, उनके लेखन और विचार क्रांतिकारियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बने रहे। उनके विचारों ने न केवल क्रांति को प्रेरित किया, बल्कि उसके बाद के फ्रांसीसी समाज और राजनीति के पुनर्गठन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इस प्रकार, 1789 की फ्रांसीसी क्रांति रूसो के राजनीतिक विचारों के प्रभाव का सबसे स्पष्ट और महत्वपूर्ण उदाहरण है।
Other questions
‘उपयोगितावाद’ का प्रतिपादक कौन है? (1) जेरमी बेन्थम (2) रूसो (3) प्लेटो (4) जीन बोंदा