सही उत्तर है….
(4) समाज के वंचित वर्गों का
═════════════════════
व्याख्या
‘अन्त्योदय’ की राजनीतिक धारणा का अर्थ समाज के सबसे वंचित और कमजोर वर्गों के उत्थान और कल्याण से है। इस अवधारणा की विस्तृत व्याख्या निम्नलिखित है:
‘अन्त्योदय’ शब्द का शाब्दिक अर्थ है ‘अंतिम व्यक्ति का उदय’। यह विचार मुख्य रूप से दीनदयाल उपाध्याय और महात्मा गांधी के विचारों से प्रेरित है। इस धारणा का मूल सिद्धांत यह है कि किसी भी समाज या देश का वास्तविक विकास तब तक नहीं हो सकता जब तक कि समाज के सबसे निचले पायदान पर खड़े व्यक्ति का उत्थान न हो।
अन्त्योदय की राजनीतिक धारणा के प्रमुख पहलू इस प्रकार हैं…
- समावेशी विकास : यह नीतियों और कार्यक्रमों का निर्माण इस तरह से करने पर जोर देती है कि वे सबसे पहले समाज के सबसे गरीब और वंचित वर्गों तक पहुंचें।
- सामाजिक न्याय : इसका उद्देश्य समाज में मौजूद असमानताओं को कम करना और सभी को समान अवसर प्रदान करना है।
- आर्थिक सशक्तीकरण : यह गरीबों और वंचितों को आत्मनिर्भर बनाने पर जोर देती है, ताकि वे अपनी आजीविका स्वयं कमा सकें।
- शिक्षा और स्वास्थ्य : इन क्षेत्रों में विशेष ध्यान देने की आवश्यकता पर बल, क्योंकि ये सामाजिक उत्थान के मूल आधार हैं।
- बॉटम-अप दृष्टिकोण : यह नीचे से ऊपर की ओर विकास के मॉडल पर जोर देती है, जहां स्थानीय स्तर पर विकास को प्राथमिकता दी जाती है।
अन्त्योदय की यह धारणा भारत की कई सामाजिक-आर्थिक नीतियों और कार्यक्रमों का आधार रही है, जैसे कि गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम, ग्रामीण विकास योजनाएं, और सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रम। यह एक ऐसे समाज के निर्माण का लक्ष्य रखती है जहां कोई भी पीछे न रह जाए।
