डायरी लेखन
12 मार्च 2024 (मंगलवार)
प्रिय डायरी,
आज मैं कक्षा में देरी से पहुंचा। मैं घर से सही समय में निकल गया था। लेकिन जो ऑटो रिक्शा मुझे लेने आता है, वो रास्ते में खराब हो गया। रिक्शे में जो खराबी थी उसे ठीक करने में आधा घंटा लग गया। जब रिक्शा सही हुआ और मैं स्कूल पहुँचा तो आधा घंटे से भी अधिक की देरी हो गई थी। मेरा एक पीरियड निकल चुका था। पहले स्कूल के गेट पर प्यून ने मुझे अंदर एंट्री ही नहीं दी। किसी तरह प्रार्थना करने पर जब उसने मुझे एंट्री दी तो मुझे बहुत डर लग ही रहा था कि आज कक्षा में बहुत डांट पड़ेगी। जैसे ही मैं कक्षा में पहुँचा तो मेरे दूसरे पीरियड के अध्यापक ने ने मुझसे देरी से आने के लिए डांटा और सीधे बाहर निकाल दिया । मुझे बहुत बुरा लगा, एक बार भी अध्यापक ने मुझसे देरी से आने का कारण नहीं पूछा । सारे छात्र मुझे देख रहे थे । मुझे बहुत बुरा लगा। मजबूरन में वापस घर आना पड़ा। मैं पहली बार कक्षा में देरी से गया था । कक्षा में देरी से जाने का अनुभव मेरा बहुत खराब रहा। आज के बाद मैं कभी देरी से नहीं जाऊंगा ।
मंयक,
दिल्ली,
12 मार्च ।