देश के प्रति युवकों का कर्तव्य क्या हैं? इस पर एक लेख लिखिए।

देश के प्रति युवकों का कर्तव्य

यदि अपने देश को विकसित देश के रूप में बदलना है तो हमें अपने देश के प्रति अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना होगा। स्वतंत्रता की लड़ाई में अनेक युवकों ने अपना बलिदान दिया था जैसे भगतसिंह, राजगुरु, चंद्रशेखर आजाद, रामप्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खां आदि शहीदों ने अपने साहस और देशप्रेम से भारतवासियों में आज़ादी की दीवानगी भर दी थी। अब देश के स्वाभिमान और गौरव की रक्षा के लिए भी युवकों को ही आगे आना होगा।

हर एक युवक का कर्तव्य और जिम्मेदारी है जिसे उसे व्यक्तिगत रूप से निभाने की आवश्यकता है। सरकारी या निजी कार्यालयों में काम करने वाले युवकों को समय पर जाना चाहिए और समय बर्बाद किए बिना अपने कर्तव्यों का निर्वाह करना चाहिए क्योंकि एक सच्ची कहावत है कि ‘यदि हम समय को नष्ट करते हैं, तो समय हमें नष्ट कर देगा।’

समय कभी किसी का इंतजार नहीं करता है, यह लगातार चलता है और हमें समय से सीखना चाहिए। हमें तब तक नहीं रुकना चाहिए जब तक हमें अपने जीवन में लक्ष्य नहीं मिल जाता। हमारे जीवन का सबसे महत्वपूर्ण लक्ष्य, हमारे देश को सच्चे अर्थों में एक महान देश बनाना है। देश के लिए अपनी जिम्मेदारियों को निभाने व याद दिलाने के लिए कोई विशेष समय नहीं होता, हालांकि ये प्रत्येक भारतीय नागरिक का जन्मसिद्ध अधिकार हैं कि वह देश के प्रति अपने कर्तव्यों को समझे। उन्हें समानता में विश्वास करना चाहिए और समाज में उचित समीकरण के साथ रहना चाहिए।

देश की प्रगति युवकों पर निर्भर है। आज जरूरत है ऐसे प्रबुद्ध युवाओं की जो समाज को संकीर्णताओं से मुक्त करके उसे विशाल और व्यावहारिक दृष्टि दें। वह  जाति प्रथा को समाप्त करें। समाज में ऊंच-नीच का भेदभाव दूर करें। वह बिना दहेज लिए विवाह करने का व्रत लें और इस प्रकार देश को दहेज के दानव से मुक्त करें। वे देहातों में शिविरों का आयोजन करें और उनके द्वारा सामाजिक समस्याओं का समाधान करें।

इस प्रकार युवक चाहें तो अनेक तरह से देश की सेवा कर सकते हैं और यह उनका कर्तव्य भी बनता है। वह जुआ, शराब, चोरी, बेईमानी से बचें और अपनी शक्तियों का देश के उत्कर्ष में सदुपयोग करें। वह राम, कृष्ण, अर्जुन के समान वीर बनकर देश के दुष्ट तत्त्वों का नाश करें। वे बुद्ध और महावीर के समान सन्मार्ग पर ले चलें और गाँधी के समान आत्मशक्ति से संपन्न बनें। वह अच्छे नेता, सेनापति, शिक्षक, डॉक्टर, इंजीनियर और कलाकार बनकर देश के विकास में अपना योगदान दें।


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