विचार/अभिमत
रिश्वत लेना या देना
रिश्वत लेने देने मेरे अनुसार एक अपराध है। रिश्वत लेने देने से ईमानदारी पर आँच आती है। रिश्वत लेने या देने का कार्य मनुष्य को चरित्र के पतन को इंगित करता है। रिश्वत लेने या देने के अनेक दुष्परिणाम भी होते है, जो व्यक्ति मेहनत करता है, वह हमेशा पीछे रह जाता है। जो लोग रिश्वत देकर अपना करवा लेते है, वे बिना मेहनत करके आगे निकल जाते है। रिश्वत लेना और देना बहुत-बहुत गलत है।
आज के समय में ईमानदारी नष्ट हो गई है। सभी लोग रिश्वत का सहारा लेते है, और अपना काम करवाते है। हम सब को रिश्वत को खत्म करने का प्रयास करना चाहिए, ईमानदारी के रास्ते पर चलना चाहिए। रिश्वत के कारण आम आदमी और गरीब लोग हमेशा पीछे रह जाते है, उनके काम हमेशा पीछे रह जाते है। अमीर लोग हमेशा रिश्वत देकर कुछ मिनटों में काम करवा लेते है। रिश्वत देना और साथ में लेना दोनों ही गलत है।
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