अनुच्छेद
नए घर में प्रवेश
मेरा एक सपना था, यह सपना मैंने तब देखा था जब हम एक छोटे से घर में रहते थे । तब मैंने सोचा था कि जब मेरी पढ़ाई खत्म होगी और मैं नौकरी करूंगा तब मैं सबसे पहले अपने माता-पिता के लिए एक घर लूंगा । दिन-रात मेहनत करके मैंने अपना सपना पूरा किया । मैंने एक घर खरीदा । उस दिन मेरे माता-पिता बहुत खुश थे । हम सब ने एक दिन ने घर में प्रवेश किया । हम सब बहुत खुश थे । हमने नए घर में पूजा करवाई । हम ने घर में नया सामान रखा। हम सब को अपने पुराने घर की पुरानी बातों की याद आ रही थी। लेकिन इसके साथ ही नए घर में जाने की अनुभूति एक नया सुख दे रही थी। मेरा वर्षों का सपना पूरा हुआ था। अपना घर अपना ही होता है। उसमें रहने का आनंद ही अलग होता है। मेहनत के साथ चल कर समय एक दिन अच्छा हो जाता है। आज मैंने अपने नए घर में प्रवेश करके एक नए सुख का अनुभव किया।