विचार लेखन
बेहतर भविष्य के लिए सिर्फ व्यवहारिक विषयों जैसे गणित, विज्ञान, अर्थशास्त्र की पढ़ाई होनी चाहिए
बेहतर भविष्य के लिए सिर्फ व्यवहारिक विषयों जैसे गणित, विज्ञान, अर्थशास्त्र की पढ़ाई होनी चाहिए। इस विचार से हम पूरी तरह सहमत नहीं है, व्यवहारिक विषयों की पढ़ाई बेहद आवश्यक है और उनके महत्व को नकारा नहीं जा सकता, लेकिन एक अच्छे नागरिक बनने के लिए सामाजिक और नैतिक विषयों की पढ़ाई भी आवश्यक है। किसी भी देश के एक अच्छे नागरिक के लिए उसमें संस्कार और नैतिकता होनी भी आवश्यक है ताकि वह अपने जिम्मेदारियों को समझ सके। पढ़ाई रोजगार उपयोगी होनी चाहिए, ये सही बात है, लेकिन एक निश्चित समय तक सामाजिक शिक्षा भी आवश्यक है ताकि छात्र के अंदर एक आदर्श नागरिक के गुण विकसित हो सकें।
सामाजिकता और व्यवहारिकता दोनों का समन्वय नागरिक के निर्माण में सही सही संयोजन होता है। हमारे विचार के अनुसार व्यवहारिक विषयों के साथा सामाजिक विषयों की पढ़ाई आवश्यक है। एक निश्चित समय तक साामाजिक और व्यवहारिक विषयों का संयुक्त पढ़ाई आवश्यक है। कम से कम 10वी कक्षा तक मिश्रित शिक्षा होनी चाहिए। 10वीं कक्षा के बाद व्यवहारिक शिक्षा के विषयों पर ध्यान केंद्रित किया जा सकता है।