डॉयरी लेखन
चंडीगढ़ के रॉक गार्डन का भ्रमण
दिनांक : 15 मार्च 2024
समय : 9 बजे रात्रि
चंडीगढ़ का रॉक गार्डन प्राकृतिक सुंदरता की एक अनोखी विरासत है। यह चंडीगढ़ शहर में 40 एकड़ में फैला हुआ एक विशाल उद्यान है, जो चंडीगढ़ में कैपिटल कॉम्पलेक्स और सुखना झील के पास स्थित एक उद्यान है। अपनी प्राकृतिक सुंदरता के कारण यह एक अद्भुत विरासत बन गया है।
एक बार हमें भी चंडीगढ़ के रॉक गार्डन जाने का अवसर मिल। रॉक गार्डन का भ्रमण करना एक अद्भुत अनुभव बन गया। यह रॉक गार्डन अंग्रेजों के समय बनवाया गया था। इस रॉक को गार्डन में पशु-पक्षी, मानव तथा कई अन्य तरह की अमूर्त आकृतियों को रूप देते हुएं पत्थर हैं। इसीलिए इसे रॉक गार्डन कहा जाता है।
रॉक गार्डन बेहद बड़ा था और हमने वहां पर 4 घंटे से अधिक का समय बिताया। पूरे रॉक गार्डन की संरचना अनोखी कल्पनाशीलता का उदाहरण थी। रॉक गार्डन का छोटा सा प्रवेश द्वार विनम्रत प्रदर्शित करने का सूचक बन गया था।
पूरे रॉक गार्डन घूमने के दौरान हमें अलग-अलग आकारों वाले अनेक तरह के द्वारों द्वारा सड़कों और गलियों से होकर गुजरना पड़ा। हर द्वार, सड़क या गली किसी एक नए आंगन या कमरे में जाकर खुलती थी और हर आंगन, कमरे और कोने पर रहस्य और जिज्ञासा का माहौल रहता था।
40 एकड़ में पहले गए इस पूरे उद्यान को बिल्कुल सुव्यवस्थित तरीके से सजाया गया था। गार्डन में जगह-जगह चट्टानों, शिलाखंडो, टूटे हुए चीनी मिट्टी के बर्तनों, कांच की टूटी हुई चूड़ियों, इमारत आदि के अवशेषों तथा मिट्टी की कई अनेक तरह की अद्भुत आकृतियां जगह-जगह दिखाई दे रही थी, जो गार्डन को एक अद्भुत दुख प्रदान कर रही थी।
यह सभी आकृतियों देखकर हम अपने इतिहास की कल्पनाशीलता के अनेक के दौर में पहुंच गए। अलग-अलग पत्थरों से बनी अलग-अलग संरचनाओं को देखकर कब हमारे चार घंटे भी बीते, हमें पता ही नहीं चला। शाम का अंधेरा होने को आ गया था और हमने वहां से विदा लेने का निश्चय किया। रॉक गार्डन का यह अनुभव बेहद अद्भुत रहा।
महिमा शर्मा,
चंडीगढ़ ।
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