‘प्रेमचंद’ की कहानी ‘बड़े घर की बेटी’ में आनंदी ने विवाद होने पर अपने घर को टूटने से बड़ी सूझबूझ से बचा लिया था।
आनंदी का अपने देवर लाल बिहारी सिंह से विवाद हो गया। विवाद की बात जब आनंदी ने अपने पति श्रीकंठ से कहीं तो श्रीकंठ को भी गुस्सा आ गया। श्रीकंठ ने अपने पिता बेनी माधव से छोटे भाई लालबिहारी द्वारा आनंदी के साथ किए गए दुर्व्यवहार की शिकायत करते हुए कहा कि या तो छोटा भाई इस घर में रहेगा या फिर वह खुद अपनी पत्नी के साथ घर छोड़ कर चले जाते हैं।
लालबिहारी सिंह ये बात सुनकर दुःखी मन से घर से जाने लगा। जब वह रोते-रोते अपने बड़े भइया-भाभी से विदा लेने आया। तो उसको दुखी देखकर आनंदी का गुस्सा भी शांत हो गया और उसने अपने पति श्रीकंठ से लाल बिहारी सिंह को क्षमा कर देने के लिए कहा। वह लाल बिहारी को घर से ना जाने के लिए कहने लगी। श्रीकंठ का हृदय भी पिघल गया और दोनों भाई गले लग गए। इस प्रकार आनंदी ने अपनी सूझबूझ से लाल बिहारी को छोड़कर नहीं जाने दिया और घर टूटने से बचा लिया।
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