कवि ने सही वक्त पर जागने की बात क्यों कही है? (क) दिन का समय गुजर जाएगा। (ख) फिर उसके जागने का फायदा नहीं होगा। (ग) वह दुनिया के मुकाबले में पिछड़ जाएगा। (घ) वह आलसी बन जाएगा

सही विकल्प होगा…

(ग) वह दुनिया के मुकाबले में पिछड़ जाएगा।

 

स्पष्टीकरण :

कवि ने सही वक्त पर जाग की बात इसलिए कही है क्योंकि यदि व्यक्ति सही वक्त पर नहीं जागेगा तो वह दुनिया के मुकाबले पिछड़ जागेगा। क्योंकि सही वक्त पर न जागने से उसके सारे कार्य समय पर नही हो पाएंगे।

सही वक्त पर जाग जाने से सारे कार्य समय पर हो जाते हैं। ऐसे लोग जीवन में सदैव ही आगे बढ़ते हैं, क्योंकि वह सही वक्त पर जाग जाते हैं।

यहाँ पर कवि सही वक्त पर जागने से तात्पर्य आलस्य न करने, समय का सदुपयोग करने और हाथ में आए अवसर को कभी भी न छोड़ने से है। कवि के अनुसार जो लोग समय के साथ चलते हैं और हर कार्य समय पर पूरा करते हैं, वह जीवन में कभी भी पिछड़ते नहीं हैं। ऐसे लोग जीवन में हमेशा आगे बढ़ते रहते हैं और अपने लक्ष्य को प्राप्त कर लेते हैं।

जो लोग सही वक्त पर नहीं जागते वह जीवन की दौड़ में और लोगों से पिछड़ जाते हैं। उनके सारे कार्य विलंब से होते हैं। समय पर कोई भी कार्य न कर पाने के कारण दूसरों से पीछे रह जाते हैं और वह जीवन में सफल नहीं हो पाते।

इसीलिए कवि ने वक्त पर जागने की बात कही है, ताकि समय के साथ चला जा सके और समय का सदुपयोग किया जा सके।

टिप्पणी

‘इसे जगाओ’ कविता में कवि भवानीशंकर मिश्र समय पर जागने के महत्व को बताते हैं। वह कहते हैं कि हमें अपने जीवन में सफल होने के लिए आवश्यक है कि हम अपने जीवन में सुबह जल्दी उठ जाए और अपने कार्य सारे कार्य समय पर पूरा करें। जो लोग सही समय पर हर कार्य कर लेते हैं, वह अपने जीवन में सफल होते हैं।

कविता में वक्त पर जाग जाने का मतलब केवल सुबह जल्दी जाग जाने से ही नहीं बल्कि जीवन में हर समय और हर घड़ी और क्षेत्र में समय और अनुशासन के दायरे में रहकर काम करने से भी है।

 


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