द्वित्व व्यंजन और संयुक्त व्यंजन से बने दो-दो शब्द इस प्रकार होंगे…
द्वित्व व्यंजन से बने दो शब्द
- कच्चा
- पक्का
सयुंक्त व्यंजन से बने दो शब्द
- रक्षा
- श्रोता
द्वित्व व्यंजन और संयुक्त व्यंजन से बने कुछ और शब्द
द्वित्व व्यंजन रस्सी, लज्जा, सज्जा, गच्चा, पत्ता, डब्बा, गप्पें, खट्टा, मिट्टी, बिल्ली, बच्चा आदि।
संयुक्त व्यंजन कक्षा, क्षमा, रक्षक, परिश्रम, हश्र, श्रोता, श्रमजीवी, ज्ञानी, आज्ञा, प्रज्ञान, त्रिमूर्ति, त्रयोदशी, यात्रा, पत्रक आदि।
द्वित्व व्यंजन और संयुक्त व्यंजन क्या हैं?द्वित्व व्यंजन से तात्पर्य उन व्यंजन से होता है, जो एक ही वर्ण दो बार समान रूप से दो बार प्रयुक्त होता है अर्थात उसी वर्ण की लगातार दो बार पुनरावृत्ति होती है। द्वित्व व्यंजन में एक वर्म अर्द्ध रूप में तथा एक वर्ण पूर्ण रूप में प्रयुक्त किया जाता है। ऊपर दिए गए द्वित्व व्ंयजनों के उदाहरणों में पहला वर्ण आधा वर्ण है और दूसरा उसका पूर्ण रूप है। द्वित्व व्यंजन ऐसे ही आधे एवं पूर्ण रूप वाले समान वर्णों से बनते हैं। संयुक्त व्यंजन वे व्यंजन होते हैं, जो दो अलग-अलग व्यंजनों को मिलाकर बनाए जाते हैं। संयुक्त व्यंजन में दो अलग-अलग व्यंजनों का योग होता है, जिससे उन व्यंजनों का मूल स्वरूप समाप्त हो जाता है और नया व्यंजन बनता है। संयुक्त व्यंजन की संख्या चार होती है, जो कि इस प्रकार है, क्ष, त्र, ज्ञ, श्र। द्वित्व व्यंजन और संयुक्त व्यंजन में मुख्य अंतर यह है कि द्वित्व व्यंजन दो समान वर्णों को एक साथ प्रयोग करने से बनते हैं, जबकि संयुक्त व्यंजन दो अलग-अलग वर्णों के मेल से बनते हैं, जिनमें उन वर्णों का मूल स्वरूप समाप्त हो जाता है। |
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