उपरोक्त शब्दों के वर्ण विच्छेद इस प्रकार होंगे :
आज्ञा : आ + ज् + ञ् + आ
अवज्ञा : अ + व् + अ + ज् + ञ् + आ
ज्ञानी : ज् + ञ + आ + न् + ई
विद्वान : व् + इ + द् + व् + आ + न् + अ
हम जानते हैं कि शब्दों की रचना वर्णों को मिलाकर होती है। वर्णों के समूह को शब्द कहा जाता है। वर्ण दो रूप में होते हैं, स्वर एवम् व्यंजन। स्वर एवम् व्यंजन के रूप में दोनों वर्णों को मिलाकर अनेक तरह के शब्द रचे जाते हैं।
वर्ण विच्छेद से तात्पर्य शब्दों को वर्णो के रूप में अलग-अलग करने से होता है। वर्ण-विच्छेद की प्रक्रिया में शब्द में प्रयुक्त सभी वर्णों अर्थात स्वर के रूप में मात्राएं तथा व्यंजन के रूप में पूर्ण वर्णों के पृथक कर लिया जाता हैं।
संक्षेप में कहें तो शब्दों को हिज्जों (स्पेलिंग) अर्थात उसके मूल वर्णों के रूप में प्रयुक्त कर देने की प्रक्रिया को ही वर्ण-विच्छेद कहते हैं।
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