दिए गए उपसर्ग से बने दो–दो शब्द इस प्रकार होंगे…
(क) पुनर्
पुनर् + अवलोकन ➧ पुनरावलोकन
पुनर् + जीवन ➧ पुनर्जीवन
(ख) हर
हर + एक ➧ हरएक
हर + रोज ➧ हररोज
(ग) सम्
सम् + पूर्ण ➧ संपूर्ण
सम् + मोहन ➧ सम्मोहन
(घ) कु
कु + तर्क ➧ कुतर्क
कु + पुत्र ➧ कुपुत्र
(च) अ
अ + कर्म ➧ अकर्म
अ + छूत ➧ अछूत
(छ) बिन
बिन + बोया ➧ बिनबोया
बिन + चखा ➧ बिनचखा
(ज) प्र
प्र + योग ➧ प्रयोग
प्र + हार ➧ प्रहार
(ङ) स्व
स्व + अनुभूति ➧ स्वानुभूति
स्व + देश ➧ स्वदेश
उपसर्ग क्या होते हैं?
हिंदी व्याकरण में उपसर्ग से तात्पर्य उन शब्दांशों से होता है, जो किसी शब्द के आरंभ में लगते हैं। इन शब्दांशों को लगाने से उस शब्द का अर्थ बदल जाता है। उपसर्ग किसी शब्द के लिए विशेषण का भी कार्य करते हैं। किसी शब्द के आगे उपसर्ग लगाने से वह शब्द विशेषण युक्त शब्द बन जाता है।
जैसे पुत्र शब्द में ‘सु’ अथवा ‘कु’ उपसर्ग लगाने से वह विशेषण युक्त शब्द बन गया।
सु + पुत्र ➧ सुपुत्र
कु + पुत्र ➧ कुपुत्र