मित्रों, आज मैं तुम्हे बारिश न होने का होने के नुकसान बताता हूँ।
यदि बारिश न हो तो हमें अपने जीवन में अनेक तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। यदि बारिश ना हो तो हमें सबसे पहले जिस परेशानी का सामना करना पड़ेगा वह है, पीने के पानी की समस्या।
मित्रों, हम जानते हैं कि भूमि पर उपलब्ध मीठा पानी ही पीने योग्य होता है। समुद्र का खारा जल पीने योग्य नहीं होता और समुद्र हर जगह पाया भी नहीं जाता केवल तटीय इलाकों क्षेत्रों के निवासी ही समुद्र का जल का उपयोग कर सकते हैं। तालाब, झील, नदी आदि मीठे पानी के स्रोत हैं। यह सभी जल स्रोत बारिश के कारण ही जल से समृद्ध हो पाते हैं। यदि बारिश ना हो तो तालाब, झीलें, नदियां सूख जाएंगीं। इस तरह पृथ्वी पर त्राहि-त्राहि मच जाएगी और पीने के पानी की विकट समस्या का सामना करना पड़ेगा।
यदि हम भूमिगत जल की बात करें तो वह पीने के पानी का एक स्रोत है। लेकिन भूमिगत जलभी बारिश के पानी से ही समृद्ध होता है। जब बारिश होती है तो वह बारिश का जल भूमि में समा जाता है और भूमिगत जल का स्तर बना रहता है। यदि बारिश नहीं होगी तो भूमिगत जल का स्तर बेहद कम हो जाएगा और हमें भूमि से पानी नहीं प्राप्त होगा।
यदि बारिश ना हो तो हम कृषि कार्य भी नहीं कर पाएंगे। ऐसी स्थिति में जब कृषि नही होगी तो खाने-पीने की वस्तुएं कहाँ से आएगी?तब खाद्य पदार्थों का संकट हो जाएगा। बारिश होने से गर्मी से राहत मिलती है। यदि बारिश नहीं होगी तो गर्मी से लोग त्राहि-त्राहि कर उठेंगे।
संक्षेप में कहा जाए तो बारिश ना होने से इस पृथ्वी पर हम सभी का जीवन संकट में पड़ जाएगा। बारिश हमारे जीवन का आधार है हमारे जीवन का आधार है और बारिश जल की आपूर्ति का एक सबसे बड़ा स्रोत है। बारिश ना होने पर हमें जल नहीं मिलेगा और हम सभी प्राणियों का जीवन संकट में पड़ सकता है।
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