भारी-भरकम में ‘द्वंद्व समास’ है।शब्द : भारी-भरकम |
स्पष्टीकरण :
भारी-भरकम में ‘द्वंद्व समास होगा। इसका मुख्य कारण ये है कि इसमें दोनों पद-प्रधान हैं। ‘भारी’ किसी वस्तु-पदार्थ-व्यक्ति के वजन के संदर्भ में प्रयुक्त किया जाता है। ‘भरकम’ भी किसी वस्तु-पदार्थ-व्यक्ति के वजन को और अधिक व्याख्यायित करने के लिए प्रयुक्त किया जाता है। दोनों पदों का एक ही संदर्भ में प्रयोग किया जा रहा है, इसलिए दोनों पद समान है। इसीलिए यहाँ पर द्वंद समास होगा।
द्वंद्व समास
द्वंद समास में दोनों पद प्रधान होते हैं। समास विग्रह करते समय दोनों पदों के बीच योजक चिन्ह का प्रयोग किया जाता है। यह योजक चिन्ह ‘और’, ‘तथा’, ‘अथवा’, ‘या’, ‘एवं’ आदि के रूप में होते हैं।‘द्वंद्व समास’ समास के छः भेदों में से एक भेद है। समास के छः भेद इस प्रकार हैं…· अव्यवीभाव समास
- तत्पुरुष समास
- कर्मधारय समास
- बहुव्रीहि समास
- द्विगु समास
- द्वंद समास