‘मेक इन इंडिया’ पर प्रधानमंत्री का संदेश
प्यारे देशवासियों, आज हर देशवासी देश की अर्थव्यवस्था को लेकर चिंतित है और यह चिंता कोरोना महामारी के कारण आई त्रासदी के बाद तो और बढ़ गयी है लेकिन यह समय चिंता का नहीं, मंथन का है कि कैसे हम भारत देश को फिर सोने की चिड़िया बना सकें । इस दिशा में, देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ाने और नौजवानों को रोजगार मुहैया करवाने के लिए हमें अब एक ऐसा कदम उठाने की जरूरत है कि हमारे नौजवानों को रोजगार के लिए किसी बाहर देश या कंपनी पर निर्भर ना रहना पड़े ।
इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए सरकार द्वारा मेक इन इंडिया नीति का प्रावधान रखा है । इस नीति का उद्देश्य देश में होने वाले निर्यात को कम करना और देश में रोजगार के अवसर पैदा करना है जिससे हमारे देश की अर्थव्यवस्था में सुधार होगा । यह एक क्रांतिकारी नीति है जिससे भारत में कारोबार करने की प्रक्रिया बहुत आसान हो जाएगी । आज तक हमें किसी भी तरह के कच्चे माल के लिए बाहरी देशों पर निर्भर रहना पड़ता है और इसी कारण महंगाई भी बढ़ जाती है ।
इस नीति के द्वारा भारत में ही वस्तुओं के निर्माण, चाहे देशी हो या विदेशी, पर ज़ोर दिया जा रहा है । इस मेक इन इंडिया नीति के तहत महत्वपूर्ण कौशल विकास वाले क्षेत्रों को और अधिक विकसित करने पर ज़ोर दिया जा रहा है और ऐसी तकनीकों का विकास किया जा रहा है जिससे पर्यावरण भी कम प्रभावित हो। घरेलू व्यवसाय करने वालों को लाइसेंस दिये जा रहे हैं जिसकी वैधता 3 वर्ष रखी गयी है । मेक इन इंडिया के तहत आटो मोबाइल, केमिकल, इलेक्ट्रोनिक, गैस, रेलवे, खाद्य प्रसंस्करण, सोलर लाइट्स, आदि क्षेत्रों में देश को आत्मनिर्भर बनाने पर बल दिया जा रहा है ताकि भारत के अंदर विदेशी कंपनियाँ ज्यादा से ज्यादा निवेश करें ताकि भारत भी विदेशी उत्पादन कर सके । इस कदम से रोजगार के क्षेत्र में भी क्रांति आई है और कई सारे छोटे और बड़े देशी उद्योग खुलने से नौजवानों को रोजगार के नए अवसर मिल रहे हैं ।
सरकार तो इस नीति के अंतर्गत बहुत सी विदेशी कंपनियों को भारत में टैक्स की भी छूट दे रही है ताकि विदेशी कंपनियों को भारत लाने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके । अभी तक इस योजना के तहत तकरीबन 10 लाख लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है । जैसे-जैसे भारत के अंदर देशी उत्पादन की मांग बढ़ती जाएगी, रोजगार के अवसर और बढ़ते जाएंगे और देश की अर्थव्यवस्था भी सुधार जाएगी । यह नीति पढ़ें लिखे नौजवानों को उनके कौशल के अनुसार रोजगार की भी गारंटी देती है ।
देशवासियों, अभी तक तो आप सब ने मेरा और मेरी सरकार का इस क्रांतिकारी कदम में दिल खोल कर साथ दिया है लेकिन अभी मंजिल बहुत दूर है और इसलिए मुझे आपका साथ लंबे समय तक चाहिए ताकि हम सब मिलकर इस मेक इन इंडिया मुहिम के तहत देश को आत्मनिर्भर बना सकें और हमारी अर्थव्यवस्था पूरे विश्व के लिए एक मिसाल बन जाए। इस नीति से ना केवल नए व्यवसाय खोलने का मौका मिल रहा है बल्कि बंद पड़े व्यवसाय भी द्वारा शुरू हो रहे हैं। इसलिए में एक बार पुनः आप सब से अनुरोध करता हूँ कि आप सब इस मुहिम में मेरा साथ दे और विदेशी वस्तुओं को जहां तक हो सके, न खरीदें और भारत में बनी वस्तुओं का ही इस्तेमाल करें ताकि कोई भी बाहरी देश हमारी इस निर्भरता का गलत फायदा न उठा सके। जय हिन्द – जय भारत