मेले में पसंदीदा व्यंजन बारे में अनुभव
मेले में पसंदीदा व्यंजन का अनुभव आज कल मैं अपने नाना नानी के पास छुट्टियों में आया हुआ हूँ और खूब मजे कर रहा हूँ। कल हमारे गाँव में शिव मंदिर के पास एक मेले का आयोजन किया गया, यह मेल हमारे गाँव में हर साल होता है और साथ के सभी गाँव इस मेले में हिस्सा लेते हैं।
मेले में तरह तरह की खेल प्रतियोगिताएं का आयोजन होता है। भांति-भांति के व्यंजन बनाए जाते हैं। इस बार मैंने भी मेले में कई तरह के व्यंजनों का आनंद लिया लेकिन सबसे ज्यादा आनंद मुझे मेरे पसंदीदा व्यंजन को खाने में आया।
मेले में एक पहाड़ी मुख्य व्यंजन सिडू भी बनाए गए थे और मेरा तो यह पसंदीदा व्यंजन है। मुझे पहले इस व्यंजन के बारे में कुछ भी पता नहीं था क्योंकि मेरे दादी के घर में यह नहीं बनाए जाते लेकिन पिछली बार जब मैं नानी के घर आया था तो नानी ने मुझे सिडू बनाकर खिलाए थे और मुझे बहुत पसंद आए थे और तब से यह मेरा पसंदीदा व्यंजन है।
यह केवल पहाड़ों में ही बनाया जाता है और यह बहुत ही पौष्टिक होता है। इसे बनाने के लिए गेहूँ के आटे का इस्तेमाल किया जाता है और इसका आकार गोल होता है और इसमें तरह-तरह के सूखे मेवे डाले जाते हैं और फिर इसे पकाने के बाद देसी घी के साथ इसका सेवन किया जाता है।
मेरी नानी बताती है कि क्योंकि सर्दियों में गरम चीज़ें सेहत के लिए अच्छी होती हैं इसलिए यह पहाड़ों में बहुत बनाई और खाई जाती हैं क्योंकि पहाड़ों में ठंड बहुत पड़ती है। मेरे साथ मेरा एक दोस्त भी ऊना से आया हुआ था और उसने भी इस मेले का बहुत आनंद उठाया और उसे मेरा पसंदीदा व्यंजन बहुत पसंद आया और उसने नानी से इसे बनाने की विधि भी का भी पूरा ज्ञान लिया। मेले में बने मजेदार वातावरण और वहाँ पर मेरे पसंदीदा व्यंजन मिलने से मेरी छुट्टियों का मज़ा दोगुना हो गया।
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