‘शिव-पुराण’ में समास को पहचानते हैं…
समस्त पद : शिव पुराण
समास विग्रह : शिव का पुराण
समास भेद : तत्पुरुष समास
तत्पुरुष समास का उपभेद : संबंध तत्पुरुष
स्पष्टीकरण :
शिव-पुराण में तत्पुरुष समास इसलिए होगा क्योकि इसमें द्वितीय पद प्रधान है। यहाँ पर तत्पुरुष समास का उपभेद ‘संबंध तत्पुरुष’ समास होगा।
तत्पुरुष समास की परिभाषा के अनुसार जब दोनों पदों में दूसरा पद प्रधान हो तो वहाँ तत्पुरुष समास होता है।
संबंध तत्पुरुष समास का समास विग्रह करते समय उसमें ‘का’, ‘की’, ‘के’ जैसे योजक चिन्हों का प्रयोग किया जाता है। समस्त पद में योजक चिन्हों का लोप हो जाता है। इन योजक चिन्हों द्वारा ही संबंध तत्पुरुष के पदों में संबंध तत्पुरुष प्रकट होता है इसलिए इसे संबंध तत्पुरुष समास कहते हैं।
तत्पुरुष समास के उदाहरण :
हथकड़ी – हाथ के लिए कड़ी
त्रिपुरारि – त्रिपुर का अरि
हस्तलिखित – हाथ से लिखा हुआ
विद्यालय – विद्या का आलय
देशभक्त – देश के लिए भक्ति