‘वीर कुंवर सिंह’ पाठ में वीर कुंवर सिंह के दो प्रमुख गुण इस प्रकार थे…
- वीर कुंवर सिंह बेहद वीर और स्वाभिमानी व्यक्ति थे, जिन्हें अपनी मातृभूमि की प्रतिष्ठा और गौरव का ख्याल था। वह सदैव अपनी मातृभूमि की प्रतिष्ठा के लिए लड़े।
- वीर कुंवर सिंह का दूसरा प्रमुख गुण ये था कि वह बेहद दयालु और विशाल हृदय वाले थे। वह सदैव दूसरों का सम्मान करते थे और उनके दिल में दूसरों के प्रति दया और उदारता की भावना थी। इसी कारण वह सभी के सम्मान के पात्र थे।
विशेष टिप्पणी
‘वीर कुंवर सिंह’ पाठ ठाकुर कुंवर सिंह की महिमा का गुणगान करता हुआ पाठ है। जिसमें वीर कुंवर सिंह की वीरता के बारे में बताया गया है। यही वीर कुंवर सिंह रानी लक्ष्मीबाई के साथ अंग्रेजों से मातृभूमि की रक्षा के लिए लड़े थे।
Related question
जैसलमेर जिले के एक गाँव ‘खड़ेरो की ढाणी’ को लोग किस नाम से जानते थे ?