दिए गए पदयांश के आधार पर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए। स्वतंत्रता की लड़ी लड़ाई। तुमने हमको मुक्ति दिलाई, हुई दासता दूर देश की। आया उत्तम-नूतन युग है। बापू ! तुमको कोटि नमन है। सत्य अहिंसा को अपनाया, प्रेम-एकता का गुण गाया। नैतिकता का पंथनछोड़ा, रखा पवित्र साध्य-साधन है। बापू! तुमको कोटि नमन है। तुमने किया समर्पित तन-मन, तुमने किया समर्पित जीवन। गए जेल आजादी के हित. किया तिर कष्ट-सहन है। बापू। तुमको कोटि नमन है। यह भारत है मणी तुम्हारा, तुम्हें न भूलेगा जग सारा। तुमसे सतत प्रेरणा लेकर, हो सकता प्रसन्न जन-जन है। बापू तुमको कोटि नमन है।। 1. कवि बापू के प्रति समर्पित क्यों है? 2. गांधी जी जेल क्यों गए थे? 3. बापू ने कौन से मार्ग पर चलने का प्रण लिया? 4. भारत देश गांधी का ऋणी क्यों है? 5. गांधी जी से क्या प्रेरणा ली जा सकती है?

स्वतंत्रता की लड़ी लड़ाई।
तुमने हमको मुक्ति दिलाई,
हुई दासता दूर देश की।
आया उत्तम-नूतन युग है।
बापू ! तुमको कोटि नमन है।
सत्य अहिंसा को अपनाया,
प्रेम-एकता का गुण गाया।
नैतिकता का पंथनछोड़ा,
रखा पवित्र साध्य-साधन है।
बापू! तुमको कोटि नमन है।
तुमने किया समर्पित तन-मन,
तुमने किया समर्पित जीवन।
गए जेल आजादी के हित.
किया तिर कष्ट-सहन है।
बापू। तुमको कोटि नमन है।
यह भारत है मणी तुम्हारा,
तुम्हें न भूलेगा जग सारा।
तुमसे सतत प्रेरणा लेकर,
हो सकता प्रसन्न जन-जन है।
बापू तुमको कोटि नमन है।।

1. कवि बापू के प्रति समर्पित क्यों है?

उत्तर : कवि बापू के प्रति समर्पित है क्योंकि उन्होंने स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ी और हमें दासता से मुक्ति दिलाई। उन्होंने सत्य और अहिंसा का पालन किया और प्रेम, एकता, और नैतिकता के गुण सिखाए।

2. गांधी जी जेल क्यों गए थे?

उत्तर : गांधी जी आजादी के हित के लिए जेल गए थे। उन्होंने तन-मन से समर्पित होकर स्वतंत्रता के लिए संघर्ष किया और कष्ट सहन किया।

3. बापू ने कौन से मार्ग पर चलने का प्रण लिया?

उत्तर : बापू ने सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने का प्रण लिया। उन्होंने नैतिकता और प्रेम-एकता को अपनाया और इन्हें अपने जीवन में स्थान दिया।

4. भारत देश गांधी का ऋणी क्यों है?

उत्तर : भारत देश गांधी का ऋणी है क्योंकि उन्होंने देश को स्वतंत्रता दिलाने के लिए अपने जीवन का समर्पण किया। उन्होंने देश को दासता से मुक्त कराया और उत्तम-नूतन युग की शुरुआत की।

5. गांधी जी से क्या प्रेरणा ली जा सकती है?

उत्तर : गांंधी जी से सत्य, अहिंसा, नैतिकता, प्रेम और एकता की प्रेरणा ली जा सकती है। उनके जीवन से यह सीख मिलती है कि किस प्रकार से संघर्ष और त्याग से महान उद्देश्यों की प्राप्ति की जा सकती है।


Other questions

गांधीजी को ‘कोटि-मूर्ति’ और ‘कोटि-बाहु’ क्यों कहा गया है ?

गांधी जी हरिश्चंद्र की तरह सत्यवादी क्यों बनना चाहते थे?

Related Questions

Comments

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Recent Questions