सही विकल्प होगा
(घ) अनुप्रास
काव्य पंक्ति : दीरघ-दाघ-निदाघ
अलंकार भेद : अनुप्रास अलंकार
स्पष्टीकरण
‘दीरघ-दाघ निदाघ’ में ‘अनुप्रास अलंकार’ इसलिए है क्योंकि यहाँ पर ‘द’ वर्ण की आवृत्ति दो बार हुई है। क्योंकि हम जानते हैं कि अनुप्रास अलंकार उस काव्य में प्रकट होगा जहाँ पर किसी वर्ण की आवृत्ति एक से अधिक बार शब्द के प्रथम वर्ण के रूप में हुई हो।
‘अनुप्रास अलंकार किसी अलंकार का वह भेद होता है, जिसमें किसी भी शब्द के प्रथम वर्ण की आवृत्ति दो या दो से अधिक बार हो तो वहाँ ‘अनुप्रास अलंकार’ प्रकट होता है। अथवा अनुप्रास अलंकार वहां भी प्रकट होता है, जहां पर कोई पूरे शब्द की आवृत्ति काव्य में एक से अधिक बार समान अर्थों में हो तो वहां पर भी अनुप्रास अलंकार प्रकट होता है।