‘साप्ताहिक धमाका’ को बच्चे किस गोपनीयता के साथ निकालते थे ?​

‘साप्ताहिक धमाका’ को बच्चे बेहद गोपनीयता से निकलते थे। साप्ताहिक धमाका को निकालने वाले चार बच्चे थे। चारों बच्चों ने अपनी गोपनीयता बनाए रखी थी। उन्होंने अपनी गोपनीयता बनाए रखने के लिए किसी को भी अपना नाम जाहिर नहीं होने दिया था।

सबसे पहले चारों बच्चे एक प्रति निकलते थे। उसके बाद चार प्रतियां निकाली जातीं। फिर कार्बन कॉपी से और कई सारी प्रतियां तैयार की जाती थीं। खबार की खबरों के लिए चारों बच्चे पहले सारी जानकारी इकट्ठी करते फिर अपने हाथ से लिखते। वह अपनी लिखावट को भी अलग ढंग से लिखते थे। चारों बच्चों ने बाएं हाथ से लिखने का अभ्यास कर लिया था ताकि उनकी लिखावट पकड़ी ना जाए।

चारों बच्चों ने अपना और पहचान भी किसी पर जाहिर नहीं होने दी। वह अपना काम कब और कहां करते हैं, यह बात भी उन्होने किसी को पता नहीं लगने दी। अखबार तैयार होने के बाद हर इतवार को सुबह सुबह ही अखबार बंट जाता था।

संदर्भ पाठ – साप्ताहिक धमाका (कक्षा-6 पाठ-12 हिंदी मंजरी

‘साप्ताहिक धमाका’ पाठ 4 बच्चों पर आधारित एक कहानी है, जिसमें उन्होंने मोहल्ले में फैले भ्रष्टाचार को उजागर करने के लिए साप्ताहिक धमाका नाम से एक साप्ताहिक समाचार पत्र निकालना शुरू किया था।

यह समाचार पत्र हस्तलिखित होता था। चारों बच्चों ने बेहद गोपनीयता से साप्ताहिक पत्र को निकलना शुरू किया। पहले वो मोहल्ले में फैले भ्रष्टाचार की खबरें इकट्ठे करते फिर उसे अपने हाथ से लिखकर एक प्रति तैयार करते थे। फिर चार प्रतियां तैयार करते। चार प्रतियां तैयार करने के बाद और कई प्रक्रिया तैयार की जातीं। सब कुछ तैयार हो जाने के बाद वह बच्चे हर इतवार को महल्ले के हर मकान के दरवाजे पर अखबार बांट आते थे। इस साप्ताहिक समाचार पत्र में मोहल्ले के दुकानदारों द्वारा किए गए भ्रष्टाचार जैसे मिलावट आदि की खबरें होतीं थी और कुछ चटपटी रोचक खबरें भी होती थीं।

 


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