अनुच्छेद लेखन और संवाद लेखन गद्य की दो अलग-अलग विधाएं हैं। दोनों विधाओं का अलग-अलग महत्व है। अनुच्छेद लेखन और संवाद लेखन इन दोनों विधाओं के बीच के अंतर का आकलन करते हैं।
अनुच्छेद लेखन और संवाद लेखन में अंतर इस प्रकार है…
अनुच्छेद लेखन
- अनुच्छेद लेखन किसी भी सामयिक या गैर-सामयिक विषय को बेहद संक्षिप्त रूप में लिखने की गद्या विधा है।
- अनुच्छेद लेखन सारगर्भित तथ्यों को संक्षेप में लिखने के लिए प्रचलित आधुनिक गद्य – विद्या है।
- अनुच्छेद लेखन निबंध लेखन का ही संक्षिप्त रूप होता है।
- निबंध लेखन में जहाँ विवरण विस्तारपूर्वक दिया जाता है, वहीं अनुच्छेद लेखन में शब्द सीमा लगभग 100 से 150 शब्द तक होती है।
- अनुच्छेद लेखन एक ही अनुच्छेद (पैराग्राफ) में होता है।
संवाद लेखन
- संवाद का अभिप्राय बातचीत अथवा वार्तालाप से है।
- यह अभिव्यक्ति के मौखिक एवं लिखित दोनों रूपों में मिलता है ।
- प्रभावशाली संवाद बोलना अथवा लिखना भी एक कला है ।
- दो व्यक्तियों की बातचीत संवाद कहलाता है।
- संवाद लेखन में संवाद छोटे सरल व संक्षिप्त होने चाहिए।
- संवाद सरल तथा रोचक होना चाहिए।
- संवाद का प्रत्येक वाक्य विषय से जुड़ा होना चाहिए।
- संवाद की भाषा भवानुकूल, पत्रानुकूल तथा विषयानुकूल होनी चाहिए।
- संवाद लिखते समय वाक्यों की क्रमबद्धता का ध्यान रखा जाता है।
- संवाद लेखन की कोई शब्द सीमा नही है ये कितने भी लंबे हो सकते हैं।
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