नवीन जीवन-दृष्टि एवं विचारों के प्रसार के लिए हमारे अंदर निम्नलिखित गुणों का होना आवश्यक है:
- नवीन जीवन-दृष्टि एवं विचारों के प्रसार के लिए आवश्यक है कि नए विचारों को स्वीकार करने और समझने के लिए हमारे अंदर सोच-विचार के खुलेपन का गुण होना चाहिए है। नवीन जीवन-दृष्टि एवं विचारों के लिए आवश्यक है कि हमारी सोच संकीर्ण न हो। हम हमेशा अपनी परंपरागत और रुढ़िवादी सोच से ही न चिपके रहें बल्कि हमें खुले विचारों वाला यानि Open-minded होना होगा।
- हमारे अंदर नई-नई चीजों को सीखने का कुतूहन होना जरूरी है। हमारे अंदर सब कुछ जानने की जिज्ञासा होनी आवश्यक है। हम नित नई-नई बातों को सीखते और समझते रहें, इस गुण का होना बेहद आवश्यक है। हमारे अंदर का कुतूहल और जिज्ञासा ही हमे नवीन दृष्टि एवं नवीन विचारों के प्रसार और उन्हें आत्मसात करने के लिए प्रेरित करेगी।
- हमारे अंदर नए-नए विचारों और दृष्टिकोण को समझने और उनका विवेचन करने का एक समालोचनात्मक चिंतन होना आवश्यक है। हम किसी भी बात को एकदम तौर पर स्वीकार करने की जगह उसे समझने उसका मूल्यांकन करने में सक्षम हों। हमारे अंदर का समालोचनात्मक चिंतन हमें सही विचारों को ग्रहण करने में मदद करेगा और नवीन विचारों की वैधता, प्रमाणिकता और उनकी प्रासंगिकता का मूल्यांकन करने में भी हमारी मदद करेगा।
- हमारे अंदर अलग-अलग विचारों और विचारधाराओं को ग्रहण करने का साहस होना भी आवश्यक है। हमें अपनी रुढ़िओं और प्रचलित मान्यताओ के प्रभाव न आकर हम नवीन विचार और दृष्टिकोण को ग्रहण करने का विकसित करना होगा।
- किसी भी नवीन विचार को ग्रहण करते समय हम किसी भी तरह के पूर्वाग्रह से ग्रस्त ना हों और बिल्कुल खुले दिमाग से नवीन विचार को स्वीकार करें और उसका मूल्यांकन करें। इसके लिए हमारा सहिष्णु होना आवश्यक है।
- हमारे अंदर भाषा कौशल और संवाद कौशल का गुण होना चाहिए ताकि हम किसी भी विषय को अच्छी तरह समझ सकें, उस पर लिख सकें और उस विषय पर संवाद स्थापित कर सकें।